बताया जाता है कि इंजन सीमा से अधिक बढ़ते हुए आगे निकल गया। जिससे उसका संपर्क बिजली से कट गया। इसके बाद रेलवे के सामने मुसीबत खड़ी हो गयी। सवाल उठा कि अब इंजन को कैसे वापस विद्युतीकरण की हद में लाया जाए। इस दौरान काशी एक्सप्रेस को पूर्वी आउटर पर व सारनाथ एक्सप्रेस पश्चिमी आउटर पर रोकने के साथ ही पवन एक्सप्रेस स्टेशन पर आधे घंटे रोकना पड़ा। मामला बिगड़ता देख रेलकर्मियों के हाथ-पांव फूलने लगे। यात्रियों से गुहार लगाई गई कि वे इंजन को धक्का लगाने में मदद करें। इसके बाद सभी ने जोर लगाया। इंजन को धकेलने की कोशिश हुई, लेकिन सब बेकार गया।
यात्रियों की मदद से इंजन के न हटने के बाद दूसरा इंजन बुलाकर किसी तरह उसे हटाया गया। तकरीबन आधे घंटे बाद ट्रेनों का संचालन शुरू हो सका। By Javed Ahmad