जौनपुर

तंबाकू/सुर्ती के लिये जेल में हड़ताल करने वाले कैदियों में से एक की मौत

दुष्कर्म के आरोप में पांच साल से जेल में था बंद।

जौनपुरJul 16, 2019 / 04:14 pm

रफतउद्दीन फरीद

कैदी की मौत

जावेद अहमद
जौनपुर. जेल में चल रहे दो दिनों से उठापटक के बीच आखिरकार एक बंदी ने दम तोड़ दिया। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सक ने मुर्दा घोषित कर षव बंदी रक्षकों के हवाले कर दिया। दरअसल गुटका न मिलने के विरोध में भूख हड़ताल पर बैठने के कारण कई की हालत खराब हो गई थी। लंबे समय से बीमार चल रहे इस बंदी की तबीयत भी इसी दौरान बिगड़ जाने की आशंका जाहिर की जा रही है।
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खुटहन थाना क्षेत्र निवासी जयराम पाल (65) दुष्कर्म के आरोप में पांच साल पहले जिला कारागार में लाया गया था। उसकी तभी से हालत खराब चल रही थी। उसे ब्लड प्रेषर समेत कई बीमारियों ने घेर रखा था। बीच-बीच में उसका इलाज कराया जाता था। सोमवार को गुटखा और तंबाकू न मिलने के विरोध में जेल के भीतर भूख हड़ताल शुरू कर हो गई। सुबह से शुरू हुई हड़ताल को खत्म करने की कवायद काफी देर चली। दिन में डीआइजी जेल विंध्यवासिनी यादव भी पहुंच गए। उन्होंने बंदियों से बातचीत का दौर शुरू किया लेकिन हल निकलता नहीं दिखा।
 

कुछ बंदी भूख से बेहाल हो चुके थे। इसी में बीमार चल रहे जयराम यादव की हालत भी बिगड़ गई। देर रात डीआइजी ने बंदियों को हड़ताल खत्म करने के लिए मना लिया। इसके बाद हर बैरक में खाना बांटा गया। बंदियों ने खाना तो खाया, लेकिन जयराम की हालत में सुधार नहीं हो सका। हालत बिगड़ी तो उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां देखते ही चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हालांकि जेलर संजय कुमार सिंह का दावा है कि बीमारी की वजह से जयराम की मौत हुई है, लेकिन अस्पताल प्रषासन इस दावे को नकार रहा है। ड्यूटी पर तैनात फार्मासिस्ट कौषल कुमार ने बताया कि लाए जाने से पहले ही उसकी सांसें थम चुकी थीं। इसलिए इलाज की तो कोई बात ही नहीं बनती।
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