चंदवक थानांतर्गत जरासी गांव निवासी रामचरण यादव की पुत्री पूनम (26) की शादी पांच वर्ष पहले अहन गांव में राजन यादव के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही पूनम का पति से विवाद चल रहा था। यह मामला न्यायालय में लंबित है। बावजूद इसके पूनम ससुराल में ही रहती थी। बीते 16 अगस्त को पूनम की सास ने उसके मायके फोन पर सूचना दी कि पूनम घर से आभूषण व नकदी लेकर भाग गई है। इसके बाद ससुराल पक्ष के लोग गुमशुदगी की सूचना दर्ज कराने केराकत थाने पहुं च गए। उसी वक्त पूनम की मां अपने भाई व अन्य रिश्तेदारों के साथ केराकत थाने पहुंच गई। वहां ससुराली पक्ष बेटी को गायब करने व किसी अनहोनी की आशंका जताते हुए तहरीर दी।
तहरीर लेकर पुलिस तहकीकात में लग गई। इधर मायके वाले चुप होकर बैठने के बजाय उसके गांव व आस पास पता करने में जुट गए। इसी बीच किसी ने बता दिया कि एक ड्राइवर सभी को लेकर कहीं गया था।मायके वालों ने किसी तरह उस चालक को दबोच लिया और ले जाकर उससे पूछने लगे। तब उसने बताया कि ससुरालियों द्वारा पूनम की हत्या कर पटिया में बांध केराकत के रामघाट गोमती नदी में फेंक दिया गया है। उसे ये बताक़र्बले जाया गया था कि पूनम को संप ने काटा है, इलाज के लिए चलना है। मायके वालों ने सारी बात केराकत पुलिस को बताई। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए चालक को पकड़ लिया और उसने सारी बात कबूल कर ली। चालक के बताए गए स्थान पर 17 अगस्त को नदी में जाल डाल कर रामघाट के आस पास काफी खोजबीन की गई किन्तु कुछ हासिल नहीं हुआ। दूसरे दिन पुन: प्रयास किया गया तो उसकी साड़ी मिली किन्तु शव नही मिला।पूनम की माँ की तहरीर पर केराकत में दीवानी न्यायालय में अधिवक्ता ससुर, सास, पति, ननद, चालक व एक अन्य के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। चार को पुलिस ने जेल भेज दिया जबकि पति अभी फरार है। मंगलवार शाम करीब बीस दिन बाद उसका शवखानपुर में गोमती नदी में बहता हुआ मिला। सूचना पर मायके वाले खानपुर थाने पहुंचे और उसकी पहचान कर ली।
By- Javed Ahmed