ठ्ठ झाबुआ से देवरी पहुंचने का मार्ग भी बहुत खराब हो गया है।
ठ्ठ नगर की ट्रैफिक के हाल बहुत खस्ता हैं। नगर की हर मुख्य सडक़ पर प्रतिदिन हादसे हो रहे हैं। हर सडक़ पर रेत और गिट्टी बिखरी पड़ी है। नाबालिग उच्च क्षमता वाले इंजन वाली गाडिय़ां बेखौफ थोड़ा रहे हैं। ट्रैफिक जवानों की ड्यूटी हर चौराहे पर जरूरी हो गई है।
ठ्ठ रोड के हिसाब से डिवाइडर होने चाहिए, लेकिन यहां पर डिवाइडर काफी चौड़े और रोड बहुत पतले हैंद्ध सर्किल मोटे हैं और उस पर से गुजरने वाले रास्ते छोटे हैं। विकास के नाम पर खोदे गए रोड जनता को परेशानी में जकड़े हुए हैं । शहर की अधिकांश सडक़ खुदी पड़ी हैं।
ठ्ठ शहर के तालाबों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। लाखों करोड़ों की योजनाएं इन तालाबों पर जनता का पैसा पानी कर रही है, लेकिन स्थिति सुधारने का जगह और भी बिगड़ती जा रही है। तालाबों की साफ.-सफाई एवं सौंदर्यीकरण एक बड़े भ्रष्टाचार को जन्म दिया है।
ठ्ठ सार्वजनिक शौचालयों की पूरे नगर में आवश्यकता है। नगर में केवल एक ही सार्वजनिक शौचालय बस स्टैंड पर है । उसमें भी पैसे लिए जा रहे हैं। जबकि नगर पालिका को मेल और फीमेल दोनों यात्रियों के लिए सार्वजनिक शौचालय एवं स्नानागार सर्वसुविधायुक्त बनाना चाहिए।
ठ्ठ हाट बाजार करने आए लोगों को राजगढ़ नाके पर कोई सुविधाएं नहीं है। इन लोगों के लिए भी सुविधा घर बनाए जाने की नितांत आवश्यकता है।
ठ्ठ नगर में खेल सुविधाएं , व्यायामशाला , ट्रैफिक सिग्नल, रेल सुविधा , लाइब्रेरी और बाग-बगीचों पर फोकस होना चाहिए।