इसके बाद कलेक्टर का काफीला ग्राम पंचायत मांडन पहुंचा जहां पर शौचालय निर्माण की धीमी गति होने पर कार्य तीव्र गति से करने के निर्देश दिए गए. इस दर?यान ग्राम के दो लोगों ने लिखित में शिकायत करते हुए शौचालय के पैसे नहीं मिलने और रोजगार सहायक द्वारा पैसे निकाल लिए जाने की शिकायत की। जिस पर सीईओ महेंद्र कुमार घनघोरिया ने बताया कि रोजगार सहायक अजित सिंह को निलंबित कर दिया गया है। इस पर कलेक्टर ने उससे रिकवरी करने के निर्देश दिए, एसडीएम की कोर्ट में केश चला कर रोजगार सहायक से रिकवरी की जाए और ग्रामीणों को शौचालय बना कर दिया जाए।
ग्राम पंचायत मठमठ में ग्रामीणों के द्वारा माही परियोजना से पानी की मांग की गई. ग्रामीणों सहित वरिष्ठ भाजपा नेता रमेश गुर्जर ने कलेक्टर को बताया कि पूर्व में यह बेत्र माही के केचमेंट एरिया में आता था। किंतु अब पानी नहीं दिया जा रहा है जिस कारण से पेयजल की भी समस्या है और सिंचाई के लिए भी पानी नहीं मिल रहा है. जिस पर कलेक्टर ने माही परियोजना के ईई एसके अग्रवाल से चर्चा कर पानी देने के संबंध में बात की किंतु उन्होने भी स्पष्ट मना कर दिया कि हम पानी नहीं दे सकते है अब हमारे पास अधिक पानी नहीं बचा है। इसके लिए कलेक्टर ने ग्रामीणों से चर्चा कर अन्य स्थल खोजने की बात कहीं । उन्होंने कहा कि केवल हम माही के भरोसे नहीं रह सकते है। अन्य विकल्प तलाश करें.जिससे हमारी पेयजल की पूर्ती हो सके। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए
समस्या का हल नहीं होने की स्थिति में ग्रामीणों का कहना है कि हमारे द्वारा आंदोलन किया जाएगा क्योंकि पूर्व में माही का पानी हमें मिलना था किंतु अधिकारियों ने उक्त पानी को अन्य जगह दे कर हमारे लिए समस्या खडी की गई। यहां पर एक ग्रामीण ने समस्या रखी की हमारा गांव पोलारूंडा दो पंचायतों में आता है. आधा गांव मांडन पंचायत में और आधा गांव मठमठ पंचायत में जिस कारण से हमारे गांव में कोई कार्य नहीं हो रहा है। गांव में पूरे रास्ते पर कीचड़ भरा पड़ा है जिससे आवागमन बाधित होता है. दोनो ही पंचायते एक दूसरे के उपर कार्य सौपती है किंतु कोई नहीं करता है. जिस पर कलेक्टर ने निर्देश दिए कि आधा रोड मांडन पंचायत और आधा रोड मठमठ पंचायत द्वारा बनाया जाएगा।
इसके पश्चात ग्राम पंचायत गुणावद का भी दौरा किया। दौरे के दर?यान कलेक्टर ने कई स्थानों पर जन्म दर के बारे में जानकारी ली। जिसमें खुल कर यह बात सामने आई की कई माताएं ध्सी है। जिनकी दो से अधिक संताने है जिसके लिए कलेक्टर ने सभी जवाबदारों को निर्देश दिए कि आप लोग बेत्र में ध्यान दे और प्रचार प्रसार करें की दो बच्चें से अधिक बच्चें न होने दे। जिससे हमारे जीवन स्तर में सुधार होगा। दौरे में जिला पंचायत सीईओ जमुना भिड़े, एसडीएम हर्षल पंचोली, सीईओ महेंद्र कुमार घनघोरिया, जिला समन्वयक एसके सुमन, बीडीओ राजेश बाहेती, ब्लाक समन्वयक बाबूलाल परमार सहित जिला स्तरीय और ब्लाक स्तरीय अधिकारी कर्मचारी शामिल थे।