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झाबुआ

बस की डिक्की में 8 बोरों और बक्से में रतलाम ले जा रहे ७६ लाख के चांदी के गहने जब्त

-मप्र-गुजरात की सीमा पर स्थित पिटोल चेकपोस्ट पर झाबुआ पुलिस की बड़ी कार्रवाई -लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रविवार तड़के की जा रही थी वाहन चेकिंग, बस में चांदी के 190 किलो 379 ग्राम जेवरात मिले- रतलाम के सराफा व्यापारी के कर्मचारी को लिया हिरासत में, पूछताछ में सराफा व्यापारी के कर्मचारी ने 14 लाख 30 हजार रुपए के बिल प्रस्तुत किए

झाबुआMay 06, 2019 / 12:15 am

अर्जुन रिछारिया

jhabua

बस की डिक्की में 8 बोरों और बक्से में रतलाम ले जा रहे ७६ लाख के चांदी के गहने जब्त

झाबुआ/पिटोल. लोकसभा चुनाव के दौरान मप्र-गुजरात की सीमा पर स्थित पिटोल चेकपोस्ट पर की जा रही जांच के दौरान पुलिस ने एक बस की डिक्की से 8 बोरों और एक बक्से से कुल 190 किलो 379 ग्राम चांदी के जेवरात बरामद किए। इनकी कीमत 76 लाख रुपए बताई जा रही है। मामले में रतलाम के सराफा व्यापारी के कर्मचारी को हिरासत में लिया है। उसने रतलाम के चार सराफा व्यापारियों के कुल14 लाख 30 हजार रुपए के बिल प्रस्तुत किए हैं। पूछताछ में कर्मचारी ने बताया, वह रतलाम के ही 10 सराफा कारोबारियों का माल लेकर जा रहा था। सभी के बिल उनके पास है। फिलहाल पुलिस ने आगे की कार्रवाई के लिए प्रकरण आयकर विभाग को सौंप दिया है। एसपी विनीत जैन ने बताया, मप्र-गुजरात की सीमा पर रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक प्रतिदिन वाहनों की सघनता से जांच की जा रही है। यहां सुबेदार कोमल मीणा की ड्यूटी थी। इसी दौरान रविवार तड़के करीब 5 बजे गुजरात से इंदौर जा रही महासागर यात्री बस (जीजे 14 जेड 8 08 0) को रोककर उसकी जांच की गईतो डिक्की में 8 बोरे और एक बक्सा रखा नजर आया। जब उन्हें खुलवाकर देखा गया तो पुलिसकर्मियों की आंखे फटी रह गई। बोरों में बड़ी मात्रा में महिलाओं के उपयोग में आने वाले चांदी के आभूषण जैसे पायल, झूमके, कंदौरा आदि रखे हुए थे। जब यात्रियों से पूछताछ की गई तो बस में सवार रामेश्वर पिता कन्हैयालाल कसेरा (24) निवासी रतलाम ने माल गुजरात के राजकोट से रतलाम ले जाना बताया। इसके बाद ये आभूषण जब्त करने के साथ पुलिस पूछताछ के लिए रामेश्वर को अपने साथ पिटोल चौकी पर ले गई। जहां इनका वजन किया गया। गहने कुल 190 किलो 379 ग्राम वजनी थे। इनका बाजार मूल्य लगभग 76 लाख रुपए है।
– चार व्यापारियों के बिल प्रस्तुत किए
पूछताछ में रामेश्वर ने बताया यह जेवरात रतलाम के ही 10 सराफा कारोबारियों के हैं। उसने 14 लाख 30 हजार रुपए के चार बिल भी प्रस्तुत किए। इसमें से18 किलोग्राम चांदी के गहने कैलाशचंद्र नीतेश कुमार, 13 किलोग्राम चांदी के गहने संजयभाई बसोर और 18 -18 किलोग्राम चांदी के गहने बीएस वर्धमान ज्वैलर्स और श्रुति ज्वैलर्स के थे। ये चारों सराफा व्यापारी अपने बिल लेकर पिटोल चौकी पहुंचे थे।
बस को कार्रवाई के बिना छोड़ा-
पुलिस ने जिस यात्री बस से भारी मात्रा में चांदी के जेवरात बरामद किए उसे कार्रवाई के बिना ही छोड़ दिया। ऐसे में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है यदि गहनों की जगह कोई अन्य संदिग्ध सामग्री होती तब भी क्या पुलिस वाहन को छोड़ देती। बताया जाता है कि इन यात्री बसों के जरिए ही एक राज्य से दूसरे राज्य में अवैध सामग्री को भेजा जाता है।
-2014 के लोकसभा चुनाव में भी जब्त किए थे 58 किलो चांदी के गहने

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी फ्लाइंग स्क्वॉड ने मप्र-गुजरात की सीमा पर स्थित पिटोल चेकपोस्ट पर नियमित चेकिंग के दौरान 7 अप्रैल 14 को एक कार (जीजे 03 ईसी 6 529) से 58 किलोग्राम चांदी के जेवरात जब्त किए थे। उस वक्त इनका बाजार मूल्य 12 लाख 62 हजार 824 रुपए था। मामले में साराफा व्यापारी विमल पिता ताराचंद शाह (45) और उसके भाई भरत को पुलिस ने हिरासत में लिया था। खास बात यह है कि उस वक्त भी गहने राजकोट से भोपाल ले जाए जा रहे थे। यानि कहीं न कहीं इन चांदी के गहनों का चुनाव से ताल्लुक जरूर है।
-कहीं, मतदाताओं को लुभाने के लिए तो नहीं ले जा रहे थे गहने
रतलाम-झाबुआ संसदीय सीट पर अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होना है। इसी के मद्देनजर पुलिस द्वारा गुजरात और राजस्थान से जुड़ी सीमा पर सघनता से जांच अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान भारी मात्रा में चांदी के आभूषण जब्त होने पर यह आशंका भी जताई जा रही है कि कहीं इनका उपयोग मतदाताओं को लुभाने के लिए तो नहीं किया जाने वाला था। क्योंकि आदिवासी अंचल में शराब और पैसे के जरिए मतदाताओं को लुभाया जाता रहा है।
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