चूंकि अयोध्या प्रकरण बेहद संवेदनशील मुद्दा है और बताया जा रहा है कि इस पखवाड़े में उसका निर्णय आ सकता है। लिहाजा पुलिस-प्रशासन पूरी गंभीरता के साथ हर तरह की चुनौती और उपद्रव से निपटने की तैयारी में जुटा है। इसके तहत शनिवार को बस स्टैंड पर बलवा ड्रिल की गई। मकसद लोगों को यह बताना था कि यदि किसी ने कोर्ट का निर्णय आने के बाद उपद्रव करने का प्रयास किया तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। बलवा ड्रिल के लिए निर्धारित समय सुबह 10 बजे कलेक्टर प्रबल सिपाहा, एसपी विनीत जैन, एएसपी विजय डावर, एसडीएम डॉ. अभयसिंह खरारी, एमएल मालवीय, पराग जैन, एसडीओपी इडला मौर्य, एमएस गवली व बबीता बामनिया सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी बस स्टैंड पहुंच गए। एक साथ इतनी अधिक तादाद में पुलिस व प्रशासन की गाडिय़ां देखकर लोग चौक गए। आसपास भीड़ जमा हो गई।
इसी दौरान बलवा ड्रिल शुरू हुई। एक तरफ उपद्रवी बने पुलिसकर्मी, प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते आगे बढ़े तो दूसरी तरफ मौजूद एएसपी डावर ने अपनी टीम के साथ उन्हें पीछे धकेला। इसके बाद उपद्रवी भड़क गए और उन्होंने सड़क पर रखे टायर में आग लगा दी। साथ ही पुलिस पर पथराव करने लगे। ऐसे में लाठी चार्ज के साथ आंसू गैस के गोले छोड़े गए। तभी आंसू गैस का एक गोला उपद्रवी की भूमिका निभा रहे सब इंस्पेक्टर रामेश्वर गामड़ की कमर पर आकर लगा। इससे उनकी कमर के साथ ही हाथ में चोट आई। उनकी बंदूक भी सड़क पर गिर गई। सब इंस्पेक्टर गामड़ को तत्काल एंबुलेंस में डीआरपी लाइन स्थित अस्पताल ले जाया गया। जहां उनका उपचार चल रहा है। आंसू गैस की वजह से आसपास के दुकानदारों की आंखों से आंसू आ गए। कुछ दुकानदार तो घबरा गए कि और कुछ तो नहीं हो जाएगा।
माक्र्ड ग्रेनेड का इस्तेमाल दंगाई की पहचान के लिए
बलवा ड्रिल में पहली बार पुलिस ने माक्र्ड ग्रेनेड का इस्तेमाल भी किया। हालांकि पहला ग्रेनेड नहीं फुटा। बाद में एएसपी विजय डावर ने तीन ग्रेनेड और फेंके। इसके बाद एसपी विनीत जैन ने माइक पर बताया कि ये माक्र्ड ग्रेनेड दंगाई और उपद्रवियों की पहचान के लिए चलाए जाते हैं। इसमें से जो रंग निकलता है। वह कई दिनों तक शरीर और कपड़ों से नहीं जाता। इसके जरिए घटना के बाद भी दंगाई की पहचान करने में आसानी रहती है।
बस स्टैंड पर जमा हो गई भीड़
यह पहली बार हुआ जब पुलिस टीम डीआरपी लाइन से बाहर निकली और बस स्टैंड पर बलवा ड्रिल की। इसका उद्देश्य केवल यही था कि कानून-व्यवस्था की स्थिति बनने पर पुलिस किस तरह से कार्रवाई करती है, वह आम लोग देख सके। जब ड्रिल शुरू हुई तो बस स्टैंड पर भारी भीड़ जमा हो गई। कई युवाओं ने बकायदा इसके वीडियो भी बनाए।
हम पूरी तरह से तैयार हैं
हमारी आम लोगों से अपील है कि अयोध्या प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट का जो भी निर्णय आता है उसे माने। जिले में कहीं भी कानून व्यवस्था की स्थिति बनती है तो उससे निपटने के लिए हम पूरी तरह से तैयार है। इसी उद्देश्य से यह बलवा ड्रिल की गई है। ड्रिल के दौरान हमारा एक सब इंस्पेक्टर घायल हुआ है।
विनीत जैन, एसपी, झाबुआ