सोमवार को सुबह 7 बजे से ही तहसीलदार रविंद्र चौहान और टीआई दिनेश भवर दोनों गलियों में घूम रहे थे। इसके बावजूद भी भीड़ को एक जगह एकत्रित हुई। उनको हटाने में प्रशासन नाकामयाब साबित हुआ। अब बात करें नगर के सुभाष मार्ग की या नगर का सबसे व्यस्त मार्ग कहा जाता है इस मार्ग में कई किराना दुकानें हैं। पास-पास में किराना दुकान होने से भीड़ ज्यादा हो गई। इससे भी वायरस के संक्रमण को फैलने का खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है। रविवार को सब्जी व्यापारियों एवं किराणा दुकानदारों की बैठक में तहसीलदार रविंद्र चौहान ने निर्देश दिए थे कि सोमवार से सब्जी की दुकानें सडक़ों पर कतार बंद नहीं लगेगी। सभी ठेला गाड़ी में लेकर सब्जी की दुकान है नगर में घूमते रहेंगे। किसी भी जगह रुकेंगे नहीं ताकि भीड़ एकत्रित ना हो, लेकिन जब इसकी हकीकत पत्रिका ने जानी तो पता लगा कि कुछ ठेले पर सब्जी बेचने वाले चौराहे पर आमने-सामने गाडिय़ां लगाकर खड़ी कर दी और वहां पर सब्जी बेचने लग।े पुलिस प्रशासन की गाड़ी आती है और बोलती है चलते रहे तो वापस चल देते हैं और पुलिस के जाने के बाद गाडिय़ां खड़ी कर देते हैं। यह बहुत दुखद है कि लोग अभी तक इस वायरस की गंभीरता को समझ नहीं रहे और ऊपर से प्रशासन का ढीला रवैया आग में घी डालने का काम कर रहा है।
सख्त कदम उठाने की जरूरत: कोरोना वायरस का संक्रमण मप्र में प्रतिदिन बढ़ रहा है। हजारों की संख्या में दिहाड़ी मजदूर भी नगर में प्रतिदिन प्रवेश कर रहे हैं। इसमें आधे से ज्यादा मजदूरों की बिना स्क्रीनिंग और बिना जांच के नगर में प्रवेश कर रहे हैं। ऊपर से नगर में सुबह छूट के दौरान इतनी भीड़ जो किसी भयानक महामारी आने का अंदेशा दे रही है । अब यह जरूरी हो गया है कि प्रशासन कोई सख्त कदम उठाए। वरना इसके परिणाम पूरे जिले को भुगतने पड़ेंगे।
भीड़ रोकने के लिए होम डिलीवरी एक विकल्प : प्रशासन को एक निश्चित निर्णय करना होगा और भीड़ करने कम करने का एक रास्ता यह है कि वह घर-घर पर दूध, फल सब्जी और किराना सामान की होम डिलीवरी करा दें। ताकि लोगों को काम के बहाने घर से निकलना बंद हो जाए। यह काम राजनीतिक दल भी कर सकते हैं। क्यों जनता के घर-घर जाकर जब वह वोट मांग सकते हैं तो क्या उनके घर-घर जाकर वह उनकी रोजमर्रा की वस्तुएं उनके घर तक नहीं पहुंचा सकते, लेकिन राजनीतिक पार्टियां केवल राजनीति करने में लगी है। इस और किसी का भी कोई ध्यान नहीं है।
खाद्य, नापतौल विभाग की टीम आने से व्यापारियों में हडक़ंप
सोमवार को सुबह अचानक जिला खाद्य विभाग, नापतौल विभाग की संयुक्त टीम राणापुर पहुंची। अचानक टीम का पहुंचना व्यापारियों में हडक़ंप मच गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार टीम को सूचना मिली थी कालाबाजारी की जा रही है। इसके बाद टीम राणापुर पहुंची, लेकिन अचानक बिना किसी कार्रवाई के टीम वापस चली गई। हालांकि खाद्य विभाग के अधिकारियों ने एक दुकान से एक्सपाइरी डेट का माल नष्ठ कराया।