जुलाई महीने का गेहूं आवंटित-
झालावाड़ जिले में अभी जुलाई माह का गेहूं का आवंटन हो चुका है। जिले को 57 हजार क्विंटन राशन का गेहूं वितरण करना है। ऐसे में लाखों उपभोक्ताओं का पोस मशीन के माध्यम से सत्यापन के बाद ही गेहंू दिए जाएंगे। प्रत्येक उपभोक्ता को पहले की तरह प्रति महीना ५ किलो ही गेहूं दिया जाएगा। बीपीएल, स्टेट बीपीएल और अत्योदय अन्न योजना से जुड़े लाभार्थियों को १ रुपए प्रति किलो और खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े अन्य लाभार्थियों को २ रुपए प्रति किलो गेहूं दिया जा रहा है। गौरतलब है कि राशन दुकानों पर अप्रेल, मई और जून में केन्द्र व राज्य सरकारों ने प्रत्येक व्यक्ति को प्रति माह ५-५ किलो गेहूं फ्री में दिया था।
राशन डीलर के पास आने वाले उपभोक्ताओं को बिना मास्क लगाए गेहूं, दाल का वितरण नहीं किया जाएगा। दुकान पर अंगूठा लगाने से पूर्व हाथों को अच्छे से सेनेटाइज करना होगा। राशन डीलरों ने कहा सरकार को मास्क व सेनेटाइज उपलब्ध करवाने चाहिए ताकि दुकानों पर आने वाले सभी उपभोक्ताओं के हाथ अच्छे से सेनेटाइज करवा की मशीन पर अंगूठा लगवांए, ताकि कोरोना संक्रमण का खतरा नहीं रहें।
– जिले में एनएफएसए उपभोक्ता 2 लाख 91 हजार
– राशन डिलर- करीब 629
– जिले में गेहूं का वितरण 57 हजार क्विंटल
– दाल २९१ मेट्रिक टन, प्रति परिवार एक किलो
– अप्रेल, मई जून माह की चीनी का अभी दुकानों पर नहीं आई
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो से सलाह करनी चाहिए थी-
राशन डीलरों का कहना है कि जिले में कोरोना संक्रमण के केस लगातार बढ़ रहे हंै, ऐसे में बायोमेट्रिक मशीन से राशन वितरण के आदेश अभी नहीं देने चाहिए थे। जहां एक भी कोरोना केस नहीं वहां तो कोई परेशानी नहीं है लेकिन जिल में 327 कोरोना पॉजिटिव केस आ चुके है। ऐसे में कोई व्यक्ति पोश मशीन पर अंगूठा लगाकर चला गया तो कई व्यक्ति संक्रमित हो सकते हैं।
सरकार को सेनेटाइज उपलब्ध करवाने चाहिए ताकि संक्रमण नहीं फेले, जिले में जब तक कोरोना के केस आ रहे हैं तब तक पोश मशीन से वितरण बंद करना चाहिए ताकि कोई दूसरा व्यक्ति संक्रमित नहीं हो।
भंवरसिंह चौहान, जिलाध्यक्ष राशन विक्रेता संघ, झालावाड़।
मास्क व सेनेटाइजर की व्यवस्था सभी डीलर को अपने स्तर पर ही सुनिश्चित करना है। कोरोना का डर अभी खत्म नहीं हुआ है। सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए ही राशन का वितरण दुकानदारों को करना है। बायोमेट्रिक मशीन पर अंगूठा लगवाने से पूर्व हाथों को अच्छे से हाथ सेनेटाइज करवाना है।
आलोक झरवाल, जिला रसद अधिकारी, झालावाड़।