निदेशक ने बताया कि आगार में कर्मचारियों की शिकायतें मिलने पर तत्काल उसकी जांच करने के लिए कहा। साथ ही भविष्य में मुख्यालय स्तर से जांच करने पर ऐसा पाया जाता है तो संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने के साथ आगार प्रबंधक को भी पर्यवेक्षणीय लापरवाही के लिए दोषी ठहराया जाएगा। इसके लिए सभी आगार मैनेजरों को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए है।
इस तरह से कर रहे थे अवैध वसूली-
सूत्रों ने बताया कि कई डिपो में अवैध वसूली की शिकायतें नियमित आ रही थी। जिसमें एटीएम मशीन देने के दौरान प्रतिदिन 20 से 50 रूपए लेने तथा चालक द्वारा परिचालक सेए तथा ड््यूटी लगाने के दौरान भी पैसे मांगने की शिकायतें आ रही थीए इसके साथ ही कैश शाखाए बैग शाखा आदि शाखाओं में भी नियमित पैसे लेने की शिकायतें आ रही थी। इसके बाद ही मुख्यालय द्वारा सख्त मॉनिटरिंग के निर्देश जारी किए गए है।
हां मुख्यालय से निर्देश प्राप्त हुए है। कोई भी पैसे लेने की शिकायत अपने यहां अभी तक प्राप्त नहीं हुई है। लेकिन निर्देशानुसार मॉनिटरिंग शुरू कर दी है। आदेश नोटिस बोर्ड पर लगवा दिया है।
अतुल यादव, चीफ मैनेजर, रोडवेज आगार झालावाड़।