जिले में चारो ओर हुआ पानी ही पानी, सभी बंाधों के गेट खुले
-लगातार बारिश व मध्यप्रदेश से तेज गति से हो रही पानी की आवक से बाढ़ के बने हालात
झालावाड़. जिले में इन दिनों लगातार हो रही बारिश से बाढ़ के हालात बन रहे है। शनिवार को भी अलसुबह से ही लगातार बारिश का दौर जारी है। मध्यप्रदेश में भी हो रही लगातर बारिश से जिले में आने वाली सभी नदियों में पानी की जोरदार आवक हो रही है इससे नदियों का पानी उफान पर चल रहा है। शनिवार को इस दौरान कालीसिंध बांध के 14 गेट 84 मीटर तक खोल कर 2 लाख 91 हजार 608 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। इससे कालीसिंध नदी में भी उफान आ गया। नदी का पानी आसपास के क्षेत्र में घुस गया। रायपुर क्षेत्र के चंवली बांध पर करीब एक मीटर की चादर चल रही है। इससे आसपास के गांवों में बाढ़ के हालत बन गए। गांव हिम्मतगढ़ सहित आसपास के गांव तो टापू बन गए, वहीं झालावाड़ से इंदौर के बीच स्थित चंवली नदी का पानी शुक्रवार देर रात करीब दो बजे पुलिया पर आने से मार्ग बंद हो गया। चंवली नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। चौमहला के निकट छोटी कालीसिंध नदी मे उफान से गंगधर कस्बे के कई मोहल्लों मेंं पानी भर गया। चौमहला रेलवे स्टेशन पर भी रेल की पटरियां पानी में डूब गई। भीमसागर बांध के चार गेट 13 फिट खोलकर 13 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। पिड़ावा में भी चंवली नदी का पानी घुसा। डग क्षेत्र में मूसलाधर बारिश से कई कच्चें मकान गिर गए। क्यासरा गांव के निकट सड़क पर नाले का पानी आने से भवानीमंडी मार्ग बंद हो गया। जिले में अन्य सभी जगह जोरदार बारिश से हालात बिगड़ रहे है।
-लगातार बारिश व मध्यप्रदेश से तेज गति से हो रही पानी की आवक से बाढ़ के बने हालात
झालावाड़. जिले में इन दिनों लगातार हो रही बारिश से बाढ़ के हालात बन रहे है। शनिवार को भी अलसुबह से ही लगातार बारिश का दौर जारी है। मध्यप्रदेश में भी हो रही लगातर बारिश से जिले में आने वाली सभी नदियों में पानी की जोरदार आवक हो रही है इससे नदियों का पानी उफान पर चल रहा है। शनिवार को इस दौरान कालीसिंध बांध के 14 गेट 84 मीटर तक खोल कर 2 लाख 91 हजार 608 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। इससे कालीसिंध नदी में भी उफान आ गया। नदी का पानी आसपास के क्षेत्र में घुस गया। रायपुर क्षेत्र के चंवली बांध पर करीब एक मीटर की चादर चल रही है। इससे आसपास के गांवों में बाढ़ के हालत बन गए। गांव हिम्मतगढ़ सहित आसपास के गांव तो टापू बन गए, वहीं झालावाड़ से इंदौर के बीच स्थित चंवली नदी का पानी शुक्रवार देर रात करीब दो बजे पुलिया पर आने से मार्ग बंद हो गया। चंवली नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। चौमहला के निकट छोटी कालीसिंध नदी मे उफान से गंगधर कस्बे के कई मोहल्लों मेंं पानी भर गया। चौमहला रेलवे स्टेशन पर भी रेल की पटरियां पानी में डूब गई। भीमसागर बांध के चार गेट 13 फिट खोलकर 13 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। पिड़ावा में भी चंवली नदी का पानी घुसा। डग क्षेत्र में मूसलाधर बारिश से कई कच्चें मकान गिर गए। क्यासरा गांव के निकट सड़क पर नाले का पानी आने से भवानीमंडी मार्ग बंद हो गया। जिले में अन्य सभी जगह जोरदार बारिश से हालात बिगड़ रहे है।