जिले के बकानी कस्बे में कल शाम को तेज हवाओ के साथ हुई बारिश में कस्बे के रावण बर्डी रोड पर नीम का पेड़ उखड़ गया। जिससे दो बिजली के पोल टूट गए और बिजली के तार जमीन पर गिर गए। हादसे के समय कोई भी घरों से बाहर नही थी जिससे कि बड़ा हादसा नही हुआ। वहीं बिजली भी नहीं आ रही थी। पोल टूटने के कारण कस्बे में रात को 5 घंटे तक बिजली गुल रही। पेड़ गिरने के रास्ता बंद हो गया वही स्कूल में जाने वाले छात्रों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। वही आसपास ग्रामीण अंचलो में भी पेड़ गिरने व चद्दर उडऩे नुकसान हुआ है। उदयपुर और भीलवाड़ा सहित कई इलाकों में भी बारिश हुई।
यहां गर्मी से हाल बेहाल, तरसा रहा मानसून
जुलाई माह का पहला सप्ताह बीत चुका है लेकिन हिमालय तराई इलाकों में ठहरे मानसून ने प्रदेश की ओर रुख नहीं किया है। प्रदेश से मानसूनी बादलों ने ने दूरी बना रखी है और दिन में पारा सामान्य से दो से पांच डिग्री तक बढ़ गया है जिसके चलते भीषण गर्मी का दौर प्रदेश के अधिकांश जिलों में बना हुआ है। लगातार चल रही पश्चिमी हवाओं से बीती रात से बादलों की आवाजाही भी थम गई है।
जुलाई माह का पहला सप्ताह बीत चुका है लेकिन हिमालय तराई इलाकों में ठहरे मानसून ने प्रदेश की ओर रुख नहीं किया है। प्रदेश से मानसूनी बादलों ने ने दूरी बना रखी है और दिन में पारा सामान्य से दो से पांच डिग्री तक बढ़ गया है जिसके चलते भीषण गर्मी का दौर प्रदेश के अधिकांश जिलों में बना हुआ है। लगातार चल रही पश्चिमी हवाओं से बीती रात से बादलों की आवाजाही भी थम गई है।
अगले 48 घंटे में पूर्वी राजस्थान में झमाझम की उम्मीद
वहीं दूसरी तरफ मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में पूर्वी राजस्थान के कई इलाकों में झमाझम बारिश होने की उम्मीद जताई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अभी दक्षिण पश्चिमी मानसून हिमालय तराई क्षेत्र में निष्क्रिय है वहीं प्रदेश में बह रही पश्चिमी हवा के कारण मानसूनी हलचल पूर्वोत्तर राज्यों तक ही सीमित रही है। अगले चौबीस घंटे में हवा की दिशा में बदलाव होने व दिन के तापमान में हुई बढ़ोतरी के कारण प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में निम्न वायुदाब क्षेत्र बनने पर पूर्वी राजस्थान में मानसूनी हलचल शुरू होने की उम्मीद है। जिसके चलते अगले 48 घंटे में पूर्वी राजस्थान के अधिकांश इलाकों में मानसून की बारिश का दौर शुरू हो सकता है।
वहीं दूसरी तरफ मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में पूर्वी राजस्थान के कई इलाकों में झमाझम बारिश होने की उम्मीद जताई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अभी दक्षिण पश्चिमी मानसून हिमालय तराई क्षेत्र में निष्क्रिय है वहीं प्रदेश में बह रही पश्चिमी हवा के कारण मानसूनी हलचल पूर्वोत्तर राज्यों तक ही सीमित रही है। अगले चौबीस घंटे में हवा की दिशा में बदलाव होने व दिन के तापमान में हुई बढ़ोतरी के कारण प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में निम्न वायुदाब क्षेत्र बनने पर पूर्वी राजस्थान में मानसूनी हलचल शुरू होने की उम्मीद है। जिसके चलते अगले 48 घंटे में पूर्वी राजस्थान के अधिकांश इलाकों में मानसून की बारिश का दौर शुरू हो सकता है।