बैठक को संबोधित करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद शर्मा ने कहा कि डेयरी जब तक धुआं उगलेगी तब तक उनके घर के चूल्हे भी निर्बाध रूप से जलते रहेंगे। इसलिए समन्वित प्रयासों से डेयरी के पुनर्संचालन के लिए प्रयास करने की जरूरत है। किसी कारण से डेयरी बंद हो जाती है रोजी-रोटी का संकट आ जाएगा। इसलिए डेयरी समितियों के बकाया के संबंध में धैर्य रखा जाए। सरकार और आरसीडीएफ से वार्ता कर भुगतान दिलाने का पूरा प्रयास होगा। शर्मा ने प्रबंधन से डेयरी में जमा घी को प्राथमिक समितियों की बकाया राशि के हिसाब से घी देने की बात की। ताकि समितियों का काम चल सके।
2.23 करोड़ देने है
शर्मा ने डेयरी के लेखा अनुभाग के विजेंद्र ङ्क्षसह से प्राथमिक समितियों की बकाया राशि के बारे में जानकारी ली तो बताया कि दो करोड़ बीस लाख 23 हजार 844 रुपए अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर 2021 तक बकाया है।