डेंगू के इतने मरीज माह एलाइजा कार्ड
अगस्त 00 25
सितम्बर 244 182
24अक्टूबर 871 88 कुल 1115 300 रक्तवीरों के भरोसो मरीजों की जान- केस एक-
आरडीपी से चलाया काम-
एमपी के अकालीदीवान निवासी राहुल राठौर ने बताया कि उसका भाई बंटी एसआरजी चिकित्सालय में भर्ती है। उसकी प्लेटलेट्स 5 हजार ही रह गई थी। ऐसे में रक्तदाताओं की मदद से आरडीपी चढ़ाकर काम चलाया गया। अब धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।
समूह का जताया आभार-
मरीज ललिता बाई के बहुत कम प्लेटलेट्स रहने से नाक से खून आने लग गया था। ऐसे में रक्तदाता समूह के जय गुप्ता की मदद से कई आरडीपी चढ़ाई गई। समूह के रवि दूबे ने रक्तदान किया। ऐसे में समूह के सभी सदस्यों को मरीज के भाई दुर्गालाल ने सभी का आभार व्यक्त किया।
भवानीमंडी निवासी खलीलभाई ने बताया कि उनका एक ही शादाब हुसैन 20 वर्ष है।जिसे डेंगू होने से एसडीपी की बहुत ज्यादा जरुरत थी। लेकिनकिट नहीं होने से नहीं मिल पाई। ऐसे में इमरान, नोशिन मेम, कासिम आदि को मालिक ने फरिश्ते के रुप में भेजा इमरान आदि ने रक्तदान किया, इनकी वजह से मेरा बेटा बच गया। सरकारी अस्पताल में किट आदि की व्यवस्था नहीं होने से बहुत परेशानी आ रही है। यहां एक मशीन की ओर जरुरत है।
डेंगू की जांच को सुबह 8 से रात 8बजे तक हो रही है। किट खत्म है, कंपनी को वालो से जल्द भेजने के लिए बोला है। रोज बात कर रहे हैं। अभी आरडीपी से ही काम चला रहे हैं। ब्लड बैंक के डॉ.सुमीत राठौर को अतिरिक्त शिविर लगाने के लिए बोला है, ताकि आरडीपी में सभी ग्रुप मिल सके।