लाखों रुपए का नुकसान
हरिश्चंद्र कृषि उपज मंडी में खुले में लगे किसानों और व्यापारियों के फसल के ढेर से जिंस पानी के साथ बह निकली। मंडी में सरसों, सोयाबीन, मसूर, धनिया, गेहूं तथा अन्य जिंस के दस हजार कट्टों की आवक होने से पूरे परिसर में इनके ढेर लगे थे। करीब 45 मिनट तक ओलावृष्टि के साथ हुई बरसात से जिंस के ढेर में से काफी उपज बहकर निकलने से व्यापारियों और किसानों का लाखों रुपए का नुकसान हो गया।
बीमा कंपनी सर्वे कराए
वरिष्ठ कांग्रेस नेता रघुराज सिंह हाड़ा ने बताया कि कई किसानों की कटवा कर खलिहान में रखी फसल को भी नुकसान हुआ है। किसान लालचंद नागर ने बताया कि गांव ढाबली खुर्द में ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि बीमा कंपनी फसल खराबे का सर्वे करवा कर किसानों को उचित मुआवजा दिलाए।
उचित मुआवजा दें
उन्होंने बताया कि इस समय किसानों के खेतों में सरसों, सोयाबीन, धनिया, गेहूं, मसूर सहित अन्य फसलें खड़ी हैं। इसके साथ ही कई किसानों ने फसलें तैयार करवाकर खलियान में रखी है। हाड़ा ने राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन से ओलावृष्टि के साथ हुई बरसात से हुए नुकसान का आंकलन करवा कर किसानों को मुआवजा दिलवाने की मांग की।
फसलें चौपट हो गईं
पंचायत समिति की ग्राम पंचायत रुण्ड़लाव के गांव में भी ओलावृष्टि के साथ हुई बरसात से काफी नुकसान हुआ। सरपंच हर्षिता झाला व कृषि उपज मंडी संचालक मंडल पूर्व डायरेक्टर भरत राज सिंह ने बताया कि बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से पंचायत क्षेत्र के गांव में किसानों को भारी नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि से किसानों की खेतों में खड़ी फसल चौपट हो गई है।
बेमौसम बारिश ने बढ़ा दिया किसानों का दर्द
मौसम के बदलते रंगों ने किसानों को बड़ा झटका दिया है। खराब मौसम को देख किसान फसलों को ढकने में जुट गए,लेकिन आंधी के तिरपाल भी उड़ गए। जिले में आंधी से कई पेड़ व बिजली के पोल धराशाही हो गए। बेमौसम बारिश सेे किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ। इन दिनों बेमौसम हो रही बारिश ने किसानों का दर्द और बढ़ा दिया है।
किसानों ने कहा कि इस बार अच्छी फसले होने से उन्होंने कई सपने देखे थे लेकिन बारिश की वजह से उनके अरमान बह गए। किसान देवीलाल गुर्जर, राधेश्याम ने कहा कि आंधी व बारिश ने जिले में जमकर तबाही मचाई। किसान रंगलाल ने कहा कि शुक्रवार को झालरापाटन मंडी में देखते ही देखते किसानों की जिंस पानी के साथ बह गई।
जिले में बारिश-ओलावृष्टि से हजारों हैक्टेयर में फसलों को नुकसान पहुंचा है। जहां भी ओले गिरे वहां धनिया व सरसों की फसलें चौपट हो गई। जिले में बारिश से कई जगह गेहूं, अलसी, मैथी, मसूर आदि में नुकसान हुआ है। वहीं संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार केसी मीणा ने कहा कि जिले में कुछ जगह बारिश की सूचना मिली है, सर्वे करवाएंगे एक दो दिन में आंकलन हो जाएगा।