जल जीवन मिशन के तहत 1478 गंावों की स्वीकृति जारी हो चुकी है। वहीं 126 गांवों के लिए105 करोड़की वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है। 103 गांवों के लिए कार्यादेश आ चुके हैं, इसमें 15 गांवों में कार्य शुरू हो गया है, इसमें टंकी से पाइन लाइन को जोडऩा शुरू कर दिया है। वहीं जिले के 126 गांवों में 30 हजार घरों नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं,शेष 1352 गांवों के लिए प्रशासनिक स्वीकृति शुरू हो चुकी है।
जल जीवन मिशन के लक्ष्य हासिंल करना भी जलदाय विभाग के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। महज 28 महीनों में अब विभाग को प्रदेशभर में 84 लाख वहीं झालावाड़ जिले में ढ़ाई लाख कनेक्शन जारी करने हैं। अब मंत्रिमंडल फेरबदल के बाद अब सरकार के सामने ये बड़ी चुनौती साबित होगा।
– छापी
– छापी विस्तार
-गुलेंडी
– कालीखार
– जावरचंदीपुर
– परवन अकावद
– गागरोन
-रेवा
– भीमनी
– माधवी
– पिपलाज
– चंवली-रायपुर
-राजगढ़-झा.पाटन
– राजगढ़ मुख्य सचिव जता चुके है नाराजगी-
जीवन मिशन जेजेएम अन्तर्गत राज्य स्तरीय योजना स्वीकृति समिति एसएलएसएससी की बैठक अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पंत की अध्यक्षता में जयपुर में हो चुकी है। योजना की धीमी गति के चलते नाराजगी जता चुके हैं। झालावाड़ जिले की प्रगति 11.58 फीसदी ही है।
10 फीसदी रहेगी जन सहभागिता-
जिले में सभी ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों को 10 फीसदी राशि देनी होगी। लेकिन अभाव ग्रस्त घोषित खानपुर, डग व झालरापाटन पंचायत समितियों को 5 फीसदी राशि ही देनी होगी। 350 गांवों में खाते खुल चुके हैं। सभी गांवों में उच्च जलाशयों से घर-घर नल पहुंचाया जाएगा, जिसकी मॉनिटरिंग ग्राम समिति को करनी होगी।
– अब तक राशि खर्च 3 करोड़
– सभीघरों में कनेक्शन देने कादावा- मार्च 2024 तक
– कितने परिवारों की स्वीकृति जारी- 252000
-इस साल का लक्ष्य- 70 हजार घरों तक पानी पहुंचाना
– जल जीवन मिशन में कुल गांव- 1478
– जल जीवन मिशन की कुल लागत- करीब 1 हजार करोड़
ग्रामीणों को इस योजना से हर घर को शुद्ध एवं स्वच्छ जल उपलब्ध होगा। इसमें हैंडपंप व कुए आदि से ग्रामीणों को दूर से पानी लाने से निजात मिलेगी। 2024 तक जिले के हर घर नल कनेक्शन पहुंचाने का लक्ष्य है।
दीपक कुमार झा, अधीक्षण अभियंता, जलदाय विभाग, झालावाड़।