प्याज के भाव कम मिलने के कारण किसान मजबूरन फसल को घर में रख रहे हैं। तेज गर्मी के कारण घर में रखी नाजुक प्याज की फसल सड़ने लग गई है। संपन्न किसान तो प्याज बचाने के लिए घरों में हवा के इंतजाम कर रहे हैं लेकिन जिन किसानों के पास पर्याप्त जगह व व्यवस्था नहीं है, उनके प्याज अब खराब होने लगे हैं। किसान सुरेश दांगी, गजेंद्र सिंह, उदयसिंह गुर्जर आदि ने बताया कि प्याज के बढ़िया भाव मिलने के इंतजार में स्टॉक कर लिया। अब झुलसाने वाली गर्मी से नुकसान पहुंचा है। आगे भी बारिश में सार सम्भाल करना मुश्किल हो जाएगा। किसानों ने बताया कि प्याज में इस बार कैंसर व पिंचर रोग का प्रकोप बढ़ता नजर आ रहा है। इस रोग के प्रकोप से प्याज बाहर से बढ़िया व भीतर से पिलपिला होने लगा है। जालीदार कट्टों में भरने व हवादार स्थानों पर रखने के बाद भी फसल खराब होने लगी है। जिससे किसान परेशान हैं।
1500 से 500 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गए भाव - उमरिया के किसान सुरेश दांगी ने बताया कि बढ़िया क्वालिटी प्याज के भाव शुरुआत में एक सप्ताह तक 15 सौ रुपए प्रति क्विंटल रहे। बाद में फिर 500 रुपए कम होकर हजार रुपए तक आ पहुंचे। मई माह में भी भावों में काफी उतार चढ़ाव रहा। भावों में उतार चढ़ाव के कारण व्यापारी भी खरीदने में रुचि नहीं ले रहे हैं। अभी मंडियों में उठाव नहीं रहने व तेज गर्मी से 8 से 12 रुपए प्रति किलो मिल रहे हैं।