मासूम बेटियों को रोता-बिलखता छोड़ गए माता-पिता
पिता ३ माह और मां १५ दिन पहले घर से गए
मासूम बेटियों को रोता-बिलखता छोड़ गए माता-पिता
भवानीमंडी. छोटा सा कमरा, जिसके एक कोने में गैस स्टोव व उसके समीप रखा करीब १५ किलो चावल से भरा कंटेनर। रोते बिलखते तीन बच्चों को संभालती सबसे बड़ी १० वर्षीय बहन। बच्चों को एहसास ही नहीं कि उनके माता-पिता उनको ऐसे ही रोता बिलखता छोड़ कर चले गए, वहीं बड़ी बहन को हालातों ने उसकी उम्र से भी दौगुना कर दिया है। वो दिनभर बच्चों की देखरेख और मां के इंतजार में दिन निकाल देती है।
कस्बे के भीमनगर श्रमिक बस्ती में एक मां चार कलेजे के टुकड़ों को छोड़ कर कहीं चली गई। इससे तीनों छोटे बहनों के सार-संभाल की जिम्मेदारी बड़ी बहन कोमल पर आ गई। जबकि छोटे बहन ब्यूटी ६, स्वीटी ३ व अंजू ड़ेढ वर्ष है। मोहल्ले वासियों की सूचना के बाद जब यह संवाददाता मौके पर पहुंचा तो, बच्चों के लिए बहन गैस स्टोव पर चावल पका रही थी। उसने मां की बैंक डायरी के हवाले से बताया कि बिहार के भागलपुर जिले के कटहरा निवासी उसकी मां का नाम अन्नू देवी है, पिता का नाम नहीं लिखा है। मां करीब १५ दिनों पूर्व किसी काम से बाहर जाने की बात कह कर चलीे गई। इसके बाद मां ने मकान मालिक के रिश्तेदार से सम्पर्क साधा और कहा कि बच्चों को अनाथआलय भेज दो, इससे करीब तीन माह पहले पिता शक्ति मंडल भी बिना बताए घर से चले गए। कोमल ने बताया कि माता-पिता आरटीएम में काम करते थे। इसके बाद मोहल्लेवासियों ने करीब चार दिनों पूर्व पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इससे बच्चे बस्ती के एकांत में बने घर में अकेले रह रहे हैं। सूचना के बाद मौके पर तहसीलदार बालचंद मीणा पहुंचे। घर व बच्चों की हालात देखकर मौके पर बच्चों की देखरेख के लिए पटवारी की ड्यूटी लगा दी। बच्चों के खाने पीने की व्यवस्था भी कराई।
–पांच दिन से स्कूल नहीं आए
राउप्रावि प्रधानाध्यापक विष्णु मेघवाल ने बताया कि करीब तीन माह पूर्व उन्होंने बताया कि उनकी मां चली गई है। तब बच्चों की मदद की थी, लेकिन बच्चे पांच दिन से विद्यालय नहीं आए, आज ही उनके घर पर जाकर उनकी सार संभाल की जाएगी।
–बच्चों के बारे में जानकारी नहीं किसी। मामला आज मेरी जानकारी में आया है। इसकी जांच की जाएगी।
लोकेन्द्र पालीवाल, सीआई थाना भवानीमंडी
–बाल कल्याण समिति को सूचना दे दी है। शाम तक आकर बच्चों को ले जाएंगे।
कमल सिंह यादव, उपखण्ड अधिकारी भवानीमंडी
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