झालरापाटन. हर्बल गार्डन में गोमती सागर तालाब का पानी भरने से सैकड़ों पेड़-पौधे व वनस्पति जलमग्न हो गए। जिनके लगातार पानी में डूबे रहने से नष्ट होने का खतरा बना हुआ है। पिछले दिनों लगातार वर्षा होने से गोमती सागर तालाब के लबालब भर जाने से इसके पानी की झिरन फूटने से पाल में होकर नियमित रूप से पानी का रिसाव हो रहा है जिससे यह पानी हर्बल गार्डन में भरता जा रहा है। हर्बल गार्डन में इस पानी की निकासी के लिए बने मौखे नगर सेठजी के कुंड के यहां से बंद कर दिए जाने से पानी की निकासी अवरूद्ध हो गई है और लगातार यहां पानी भरते जाने से पीछे के भाग में बने सभी ब्लॉक में जल स्तर बढ़ता जा रहा है जिससे धीरे धीरे शेष बचे पेड़ पौधे भी और पानी में डूबते जा रहे है। गेपरनाथ महादेव मंदिर परिसर व रास्ता भी जलमग्न होकर बंद हो गया है। जिससे यहां दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को भी निराश लौटना पड़ रहा है। हर्बल गार्डन कर्मचारी अब्दुल रशीद ने बताया कि पानी से कई दुर्लभ पेड़ पौधे व वनस्पति और तैयार की जा रही पौध नष्ट हो रही है। नगरपालिका अध्यक्ष अनिल पोरवाल, उपाध्यक्ष चंद्रप्रकाश लाला राठौर, अधिशाषी अधिकारी महावीर ङ्क्षसह सिसोदिया ने सोमवार को जलमग्न क्षेत्र का अवलोकन कर बंद मौखो को खुलवाने के आदेश दिए। वन विभाग के अधिकारियों ने भी हालात का जायजा लिया। व्यापार संघ पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर प्रजापति ने जिला कलक्टर को पत्र भेजकर हर्बल गार्डन की सुरक्षा की समय समय पर समीक्षा करने की मांग की। उल्लेखनीय है कि हर्बल गार्डन में केवड़े सहित कई औषधीय पौधे व वनस्पति मौजूद है जिन पर रिसर्च करने के लिए देश के कोने कोने से विशेषज्ञ यहां आते है इसके अलावा दूर दराज तक के लोग इस गार्डन को देखने के लिए यहां आते है।