– खाता विभाजन
– 1970 गैर खातेदार से खातेदारी नियम
– आवंटन खातेदारी
– कार्यपालक मजिस्ट्रेट न्यायालय के कार्य
– मूल निवास, जाति प्रमाण पत्र से जुड़े कार्य
– बेयनाम, म्यूटेशन और रजिस्ट्री पंजीयन
– रिसीवर भूमि की निगरानी और स्टे पालना
– छोटे और मध्यम भूखंड आवंटन का कार्य
– तहसील कार्य ऑनलाइन करने का कार्य
– भू-रुपान्तरण के मामलों में रिपोर्ट करने संबंधी कार्य
– जिलेभर में 12 तहसीलों में राजस्व भूमि पर अतिक्रमण के मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
– राजस्व संबंधी जमाबंदी आदि के कई कार्य नहीं हो पा रहे हैं
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नई तहसील खुलने के बाद से नहीं मिला स्थाई तहसीलदार-
जिले में 2019 में रायपुर तहसील को पिड़ावा से अलग कर नई तहसील बनाया गया है। जब से यहां अभी तक कोई स्थायी तहसीलदार नहीं लगाया गया है। कुछ समय के लिए लक्ष्मीनारायण प्रजापति को लगाया गया था। लेकिन उनका भी तबादला होने के बाद यहां अतिरिक्त के भरोसो ही काम चल रहा है। ऐसे में रायपुर क्षेत्र के लोगों को छोटे-छोटे कार्य के लिए काफी परेशान होना पड़ रहा है।
अधिकारी एक, दो तहसीलों का कार्यभार-
अकलेरा तहसीलदार रामनिवास मीणा के पास दो जगहों का चार्ज है। ऐसे में अकलेरा अलग दिशा में व पिड़ावा अलग दिशा में होने से कार्य करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जिले में 12तहसीलों में से चार में ही तहसीलदार है। अकलेरा में रामनिवास मीणा,झालरापाटन में राजेन्द्र कुमार मीणा, पचपहाड़ में राजेन्द्र मीणा, मनोहरथाना में धनराज मीणा लगे हुए है। वहीं नायब तसीलदार पिड़ावा में महेश कुमार, बकानी में सत्यनारायण गुप्ता, खानपुर में राजेन्द्रसिंह खींची, गंगधार में शिवनारायण रावत, असनावर में गंगाराम गुर्जर लगे हुए है। ऐसे में पिड़ावा, खानपुर, रायपुर, गंगधार, डग, बकानी, सुनेल,असनावर में तहसीलदारों के लंबे समय से पद खाली चल रहे हैं। इन तहसीलों के ग्रामीणों को छोटे-छोटे कार्यों के लिए काफी परेशान होना पड़ रहा है।
तहसील तहसीलदार नायब तहसीलदार
झालरापाटन भरा हुआ रिक्त
मनोहरथाना भरा हुआ रिक्त
अकलेरा भरा हुआ रिक्त
पचपहाड़ भरा हुआ रिक्त
पिड़ावा रिक्त भरा हुआ
खानपुर रिक्त भरा हुआ
रायपुर रिक्त रिक्त
गंगधार रिक्त भरा हुआ
डग रिक्त रिक्त
बकानी रिक्त भरा हुआ
सुनेल रिक्त रिक्त
असनावर रिक्त भरा हुआ
1. असनावर तहसील में लंबे समय से तहसीलदार के नहीं होने से कई कार्य समय पर नहीं हो पा रहा है। ऐसे में राज्य सरकार द्वारा दो अक्टूबर से प्रशासन गांव के संग शिविर का आयोजन किया जाएगा। उनमें भी कैसे काम होंगे, जो अभी नहीं हो रहे हैं तो।
अनील कुमार, असनावर।
अधिकारी लगाना चाहिए-
2.रायपुर तहसील में लंबे समय से कोई तहसीलदार नहीं होने से छोटे-छोटे कार्यों के लिए इधर-उधर चक्कर लगाने पड़ते हैं। ऐसे में स्थायी तहसीलदार लगाना चाहिए ताकि ग्रामीणों को परेशानी नहीं हो।
मनीष गुर्जर, मूंडला।
अवगत करा दिया
हरिमोहन मीणा, जिला कलक्टर, झालावाड़।