-हमनें नगर पालिका को लिखा है, और जिस आदमी ने पानी रोका था,उसके खिलाफ एफआईआर कर दी है, उससे ही पानी निकलवा रहे हैं। अब पानी कम हो गया है। कल और मौके पर जाकर देखेंगे कितना पानी रह गया है। जटी-बूटियों को खराब नहीं होने दिया लाएगा।
नन्दलाल प्रजापति, उपवन संरक्षक, झालावाड़
-नगरपालिका प्रशासन से सड़क खुदवाकर रूके हुए मौखे से पानी निकलवाने का प्रयास जारी है।
मोहनलाल प्रतिहार, एसडीएम -औषधीय पौधों व वनस्पति के लिए देश के कई प्रांतों से विद्यार्थी रिसर्च के लिए इस गार्डन में आते हंै। जिसमें आई प्राकृतिक आपदा को लेकर प्रशासन ने सरकारी स्तर पर इसे बचाने के लिए कोई मदद नहीं की।
रामभाई अध्यक्ष, झालरापाटन विकास मंच
-हर्बल गार्डन में हुए नुकसान को प्रशासन ने गंभीरता से नहीं लिया। सरकारी स्तर पर भी संसाधन लगाकर इसे बचाने के प्रयास किए जाने चाहिए थे।
रूप सिंह राठौड़, वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य जिला कांग्रेस
-हर्बल गार्डन में इससे पूर्व भी ऐसे हालात बन चुके हैं, लेकिन विभाग व इसके लिए बनी हुई समिति द्वारा उचित देखभाल नहीं किए जाने से हो रहे नुकसान की जिम्मेदारी निजी पक्ष पर डाली जा रही है, जो कतई उचित नहीं है।
महेश बटवानी, अध्यक्ष, भाजपा मंडल झालरापाटन
-सरकार व जिला प्रशासन को समय समय पर इस गार्डन की सुरक्षा व संरकषण को लेकर समीक्षा करना चाहिए, इसके लिए बनी समिति जिला मुख्यालय पर बैठक करके निर्णय कर लेती है, जबकि इसका भौतिक सत्यापन नियमित होना चाहिए, जिससे इस प्रकार के हालात नहीं बनें।
निर्मल कुमार सकलेचा, पूर्व विधायक
-हर्बल गार्डन में जगह-जगह टूट-फूट हो रही है। दर्शकों से इसे देखने के लिए शुल्क लिए जाने के बावजूद रखरखाव नहीं हो रहा है। इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की बनती है। इसकी समिति में स्थानीय लोगों की भी भागीदारी होना चाहिए।
मुकेश चेलावत, भाजपा वरिष्ठ नेता