जल संसाधन विभाग अपनी कमी छुपा रहा है। पत्रिका रिपोर्टर जब नहरों पर घूमता हुआ चैन 60 हैड भीमसागर के पास अंगोरा रोड यात्री प्रतीक्षालय निकट पहुंचा तो 40 करोड़ से निर्माण के बाद पहली बार में ही सायफन की दीवार में दरार नजर आई। बहते पानी को रोकने के लिए लगे कट्टों का फोटो ले लिया, इसके 2 घंटे बाद ही कट्टों को मिट्टी से दबवा दिया।
कलक्टर ने गत दिनों जिला मुख्यालय पर बैठक आयोजित कर जल संसाधन विभाग को निर्देश देने के बावजूद भी विभाग नहरों पर मॉनिटरिंग में लापरवाही बरत रहा है। विभाग के खुद के 6 कर्मचारियों के अलावा ठेकेदार ने भी नहरों में लगे ओड़े हटाने में लगा रखे हंै, इसके बावजूद इस तरह के हालात सामने आ रहे हैं।
&किसानों की हालत खराब है, आउ दिन खेत जलमग्न हो रहे हंै। बुआई का समय चल रहा है, कब खेत सूखेंगे कब कार्य करेंगे।
देवीशंकर नागर, पूर्व सरपंच मऊ बोरदा, राजपुरा &लगातार विभाग को समस्याओ से अवगत करा रहे हैं, कोई सुनवाई नहीं हो रही। किसानों के साथ अन्याय हो रहा है।
नीरज शर्मा, नहरी संघ समिति सदस्य
रविंद कुमार अग्रवाल, सहायक अभियंता जल संसाधन भीमसागर