ये है पूरा मामला
झांसी में सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था। परिजनों ने शुभम को मेडिकल राजगढ़ का रहने वाला शुभम (24) एक महाविद्यालय में गाडी चलाता था। 3-4 दिन पहले शुभम कॉलिज में भर्ती कराया था। परिजनों का आरोप है कि मेडिकल कॉलिज में शुभम का सही तरीके से इलाज नहीं किया जा रहा था। जब उन्होंने चिकित्सक से इलाज में लापरवाही बरतने की बात कही तो चिकित्सक ने कहा कि यहाँ सही से इलाज नहीं हो पायेगा। शुभम को उनके अस्पताल में भर्ती कर दो। परिजनों ने प्राइवेट में भर्ती करने से इनकार करते हुए शुभम को ग्वालियर रेफर कर देने को कहा। चिकित्सक ने कहा कि शुभम की हालत सही नहीं है, इसलिये उसे तुरन्त उपचार की जरूरत है। इस पर उन्होंने शुभम को उक्त चिकित्सक के कानपुर बाईपास रोड स्थित अस्पताल में भर्ती कर दिया। अस्पताल में भर्ती करने के लगभग 3 घंटे बाद रात लगभग 11 बजे शुभम की मौत हो गयी।
6 लाख में इलाज का हुआ था ठेका शुभम की मौत से परिजन आक्रोशित हो गये और अस्पताल प्रशासन व चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। अस्पताल में हंगामे की सूचना पर नवाबाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। इधर, मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि चिकित्सक ने 6 लाख रुपये में पूरा इलाज करने की बात कही थी, इस पर उन्होंने कुछ रुपये भी जमा कर दिये थे, पर सही तरीके से इलाज न करने पर शुभम की मौत हो गयी।