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झांसी

इन कलाकारों के रंगों की चमक से बिखरेगी प्रयागराज कुंभ-2019 की अनोखी छटा

इन कलाकारों के रंगों की चमक से बिखरेगी प्रयागराज कुंभ-2019 की अनोखी छटा

झांसीNov 16, 2018 / 10:18 pm

BK Gupta

art competition on prayagraj kumbh-2019

इन कलाकारों के रंगों की चमक से बिखरेगी प्रयागराज कुंभ-2019 की अनोखी छटा

झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा.चतुर्भुजी गुप्त ने कहा कि कला मानव जीवन का एक अभिन्न अंग है। मानव कला के बिना अधूरा है। वह यहां बुन्देलखण्ड विष्वविद्यालय परिसर में संचालित ललित कला संस्थान तथा राज्य ललित कला अकादमी, लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘कला के रंग कुंभ के संग’ विषयक चित्रकला प्रतियोगिता के उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित प्रतिभागियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसी भी कला के द्वारा मानव अपने अन्तःमन के विचारों को अभिव्यक्त करता है। डा.गुप्त ने कहा कि चित्रकला अभिव्यक्ति का विशेष माध्यम माना जाता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रयागराज कुंभ 2019 के तत्वावधान में आयोजित इस चित्रकला प्रतियोगिता से प्रतिभागी कलाकारों को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ने तथा अपनी संस्कृति को समझने का अवसर प्राप्त होगा।
चित्रकला के चुनौतियां
इस अवसर पर अधिष्ठाता अकादमिक प्रो.एस.पी.सिंह ने कहा कि वर्तमान डिजीटाइजेशन के इस युग में चित्रकला के लिए चुनौतियां अवश्य पैदा हुई है, परन्तु कूची तथा ब्रश से कैनवास पर बने चित्रों को आज भी पसन्द किया जाता है, क्योंकि कलाकार की वास्तविक प्रतिभा का मूल्यांकन इन्हीं चित्रों के द्वारा ही सम्भव होता है।
जागरूक रहने की जरूरत
राज्य ललित कला अकादमी, लखनऊ के सदस्य तथा इस प्रतियेागिता के निर्णायक दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि अतीत के बिना वर्तमान गतिहीन होता है। यही कारण है कि हमें सदैव अपनी संस्कृति तथा सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति जागरूक रहना चाहिये। उन्होंने कहा कि राज्य ललित कला अकादमी द्वारा आयोजित यह चित्रकला प्रतियेागिता युवा चित्रकारों को अपनी संस्कृति से परिचित करवाने का एक प्रयास है।
राज्य ललित कला अकादमी द्वारा नियुक्त कार्यक्रम समन्वयक डा. श्वेता पाण्डेय ने चित्रकला प्रतियोगिता तथा कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि प्रयागराज कुम्भ मेला-2019 के अवसर पर राज्य ललित कला अकादमी, लखनऊ के द्वारा आयोजित प्रदेश की चित्रकला के प्रदर्षन हेतु एक प्रदर्षनी का आयोजन किया जाना है। इस हेतु उत्तर प्रदेष को 11 मण्डलों में विभक्त किया गया हैं। इन सभी मण्डलों में चित्रकला में अध्ययनरत विद्यार्थियों का चित्रकला प्रतियोगिता के माध्यम से चयन किया जायेगा। प्रत्येक मण्डल से चयनित इन प्रतिभागियों के चित्रों को प्रयागराज में आयोजित कुम्भ मेला-2019 के अवसर पर एक चित्रकला प्रदर्षनी में प्रदर्षित किया जायेगा।
बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में संकायाध्यक्ष कला प्रो.सी.बी.संह ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि ललित कला संस्थान के द्वारा सदैव ही इस प्रकार के नवोन्मेशी कार्यक्रमों को आयोजन किया जाता रहा है। प्रो. ंिसंह ने कहा कि कला मानव मन की अनुभूतियों को व्यक्त करने का एक माध्यम होती है।
कार्यक्रम के अन्त में आमंत्रित अतिथियों का आभार ज्ञापन डा.सुनीता ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन डा.मोहम्मद नईम ने किया। अन्त में मंचाषीन अतिथियेां को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर डा.शुभांगी निगम, इंजी.बी.वी.निरंजन, इंजी.राहुल शुक्ला, डा.मुन्ना तिवारी, डा.अजय कुमार गुप्ता, डा.दिलीप कुमार, डा.जयराम कुटार, दिनेश गुरूदेव, कमलेश कुमार सहित विभिन्न विभागों के शिक्षक एवं
शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
उद्घाट्न कार्यक्रम के पश्चात प्रतिभागी कलाकारों को अपनी कलाकृति बनाने हेतु छहः घण्टों का समय दिया गया। कार्यक्रम समन्वयक डा.श्वेता पाण्डेय ने जानकरी दी कि राज्य ललित कला अकादमी द्वारा नियुक्त निर्णायकों दिनेश प्रताप सिंह तथा विकास वैभव द्वारा दीपक, वसन्त कुमार, दिनेश, अजय सिंह, देव नामदेव, नन्दिनी कुश्वाहा, प्रीतम कुमार, अंकिता जैन, वम राजपूत, आशीष कुमार तथा रूबी भारती प्रतियेागिता के द्वितीय चरण के लिये चयनित किया गया है।
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