ऐसे जस्टीफाई होगा विश्वविद्यालय शब्द इस मौके पर विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो.
शिव कुमार कटियार ने बताया कि यूनिवर्सिटी बेस्ट टैलेंट को आकर्षित करने के लिए कटिबद्ध है। आज के ग्लोबलाइजेशन के समय में यदि विश्वविद्यालय को वास्तव में ‘विश्वविद्यालय’ शब्द को जस्टीफाई करना है, तो विभिन्न प्रदेशों और विदेशों के विद्यार्थियों के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में प्रवेश होने चाहिए। इसके लिए विश्वविद्यालय को विभिन्न कोर्स एवं यहां की सुविधाओं के प्रचार-प्रसार के लिए
कार्य करना होगा। इसी उद्देश्य की प्राप्ति के लिए विश्वविद्यालय द्वारा इस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया है।
देश भर से करीब 100 विश्वविद्यालयों ने की भागीदारी दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित इस एजुकेशन फेयर में विभिन्न राज्यों के लगभग सौ विश्वविद्यालय शामिल हुए। इसमें एक ही दिन में करीब 3000 स्टूडेंट्स शामिल हुए।
इन लोगों ने दी जानकारी इस एजुकेशन फेयर में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि के रूप में डा.रामवीर सिंह, डा.यशोधरा शर्मा और डा.शुभांगी निगम ने भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों से संबंधित कोर्स की जानकारी दी।
बुंदेलखंड में चलाया जा चुका है अभियान इससे पहले बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी की तरफ से बुंदेलखंड में जागरूकता अभियान चलाया जा चुका है। इसके तहत बुंदेलखंड के ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूटधाम और महोबा जिले से जुड़े विद्यार्थियों के लिए ये कार्यक्रम चलाए गए। इसके तहत एक कालेज में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के स्टाफ ने इंटरमीडिएट करने वाले स्टूडेंट्स को कोर्सेज के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ ही ये भी बताया गया कि किस कोर्स से आगे की पढ़ाई करने में नौकरी की कितनी संभावनाएं रहती हैं। इस पर क्षेत्र के लोगों ने इस तरह के आयोजनों की बुंदेलखंड में जरूरत बताई थी।