ये है घटना का विवरण पुलिस के अनुसार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. ओपी सिंह के कुशल निर्देशन और पुलिस अधीक्षक नगर श्रीप्रकाश द्विवेदी व क्षेत्राधिकारी सदर संग्राम सिंह के नेतृत्व में अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में थाना रक्सा पुलिस के उपनिरीक्षक मुनेंद्र सिंह पुलिस बल के साथ गश्त पर थे। तभी मुखबिर ने सूचना दी कि करौदी माता मंदिर से करीब दो सौ कदम आगे झांसी की ओर एक ट्रक के पास दो-तीन व्यक्ति आपस में मृत जानवरों के बारे में बात करते हुए झगड़ा कर रहे हैं। इस सूचना पर पहुंची पुलिस को देखकर तीनों युवक अलग-अलग दिशाओं में भाग निकले। पुलिस ने उन्हें पकड़ने का प्रयास भी किया, किंतु दूरी अधिक होने के कारण वह भाग निकले। बाद में पुलिस ने सड़क किनारे खड़े ट्रक नंबर एमपी 09एचएच 2654 को चेक किया। इस ट्रक के पिछले हिस्से में गौवंशों को ठूंस-ठूंस कर लादा गया था। इसमें 36 गौवंश मौजूद थे। इनमें चार कत्थई, ग्यारह काले और 13 सफेद बछड़े जिंदा पाए गए। बाकी के आठ गौवंश को मौके पर उपस्थित पशुचिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। बाद में इन मृत गौवंशों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा इस मामले में पुलिस ने उत्तर प्रदेश गौवध निवारण अधिनियम व 11 पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 बनाम तीन व्यक्ति अज्ञात पंजीकृत करके कार्रवाई कर दी है। इस मामले को पकड़ने वाली टीम में उपनिरीक्षक मुनेंद्र सिंह, उपनिरीक्षक सुरेंद्र सिंह और अदील अहमद शामिल रहे।