शुरू हुआ शिविरों का दौर, जनसंख्या स्थिरता के लिए दिया इस चीज पर जोर
झांसीPublished: Jul 18, 2018 09:57:26 pm
शुरू हुआ शिविरों का दौर, जनसंख्या स्थिरता के लिए दिया इस चीज पर जोर
शुरू हुआ शिविरों का दौर, जनसंख्या स्थिरता के लिए दिया इस चीज पर जोर
झांसी। जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग की ओर से विभिन्न प्रकार की गतिविधियां चलायी जा रही है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुये स्वास्थ्य शिविरों की श्रृंखला शुरू की गई है। इसके तहत पुलिया नंबर 9 के नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर मॉडर्न पब्लिक स्कूल में आयोजित किया गया। इसमें जनसंख्या स्थिरता के लिए परिवार नियोजन के संसाधनों पर जोर दिया गया। इसके साथ ही यहां आने वाले पुरुषों और महिलाओं ने कंडोम और माला-डी जैसे गर्भनिरोधकों में दिलचस्पी दिखाई।
इन तिथियों में होंगे स्वास्थ्य शिविर
परिवार को नियोजित करने के लिए पूरे जिले में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इसमें परिवार नियोजन की सुविधाओं और संसाधनों के बारे में सबसे अधिक ज़ोर दिया जाएगा। नगरीय स्वास्थ्य समन्वयक जियाउररहमान ने बताया कि जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के अंतर्गत जिले के सभी 13 नगरीय स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 19 को नगरा एवं इतवारी गंज में, 20 को सिद्धेश्वर नगर, इमलीपुरा और मऊरानीपुर में, 21 को नई बस्ती चांद दरवाजा, सीपरी बाजार एवं राजघाट में, 23 को तालपुरा और बड़ागांव बाहर और 24 को झोकन बाग और तहसील में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाएगा। इन तिथियों पर संबन्धित क्षेत्र के लोग स्वस्थ्य केंद्र पर जाकर सुविधा ले सकते हैं।
ये रही उपलब्धित
इस स्वास्थ्य शिविर में 10 लोगों ने परिवार नियोजन की सुविधाएं जैसे कंडोम और माला-डी गर्भनिरोधक गोली लीं। इसके अलावा 180 लोगों का स्वास्थ्य जांचा गया। इसमें उनको निःशुल्क दवाएं भी वितरित की गयीं। वहीं ड्यू लिस्ट में अंकित 70 बच्चों का टीकाकरण किया गया। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा राहुल पाराशर ने बताया कि स्वास्थ्य शिविर से दो दिन पहले केंद्र की सभी आशाएं और एएनएम घर-घर जाकर सभी को स्वास्थ्य शिविर के बारे जानकारी देती हैं और साथ ही घरों में बच्चों की लिस्ट तैयार की जाती है। परिवार नियोजन के बारे में उन्होंने बताया कि केंद्र में प्रत्येक मंगलवार को एक परिवार नियोजन का शिविर लगाया जाता है। इसमें डाक्टर व परामर्शदाता परिवार नियोजन के बारे में लोगों को जागरूक करते हैं। यदि कोई इच्छुक लाभार्थी परिवार नियोजन की सुविधा जैसे कि नसबंदी, आईयूसीडी व पीपीआईयूसीडी लेना चाहता है तो उसका फॉलो-अप किया जाता है। यदि वह इच्छुक लाभार्थी पूर्ण रूप से तैयार हो जाता है तो उसकी जांच कराकर सुविधा प्रदान की जाती है।