scriptजानिए, कितना रोचक है मुंबई से दिल्ली तक रेलवे सेवाओं के विस्तार का इतिहास | Indian Railway Jhansi Station 131st Foundation Day | Patrika News
झांसी

जानिए, कितना रोचक है मुंबई से दिल्ली तक रेलवे सेवाओं के विस्तार का इतिहास

झांसी रेलवे स्टेशन के 131वें स्थापना दिवस पर डीआरएम ने दी जानकारी…

झांसीJan 02, 2019 / 08:11 am

नितिन श्रीवास्तव

Indian Railway Jhansi Station 131st Foundation Day

जानिए, कितना रोचक है मुंबई से दिल्ली तक रेलवे सेवाओं के विस्तार का इतिहास

झांसी. झांसी रेलवे स्टेशन का 131वां स्थापना दिवस यहां मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) अशोक कुमार मिश्र तथा अपर मंडल रेल प्रबंधक (एडीआरएम) संजय सिंह नेगी की अध्यक्षता में मनाया गया। यह कार्यक्रम यहां स्टेशन निदेशक अनुपम सक्सेना के कक्ष में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में एक केक काटा गया। इसके बाद मुंबई से दिल्ली तक रेल सेवाओं के विस्तार से संबंधित रोचक तथ्यों के बारे में जानकारी दी गई।
यहां चली थी देश की पहली रेलगाड़ी

इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि भारत की पहली रेलगाड़ी 16 अप्रैल 1853 को बोरीबंदर से थाणे के मध्य ग्रेट इंडियन पेनिनसुलर (GIP) रेलवे द्वारा चलाई गयी थी। 19वीं सदी के सातवें दशक में रेल लाइन मुंबई से इटारसी तक आ गयी थी। इसके बाद भोपाल की बेगम नवाब ने इसे भोपाल तक बढ़वाया। भोपाल से झांसी तक GIP रेलवे ने लाइन डलवाई। इसकी शुरुआत 1889 में हुई।
सैन्य दृष्टि से माना जा रहा था असुरक्षित

डीआरएम ने बताया कि झांसी रेलवे स्टेशन भवन हेतु मिलिट्री सिविल प्रशासन I.M.R. के प्रतिनिधियों द्वारा सुझाए गए 4 स्थानों में से एक को चुन लिया गया, परन्तु सैन्य दृष्टि से उसे असुरक्षित माना जा रहा था। जुलाई 1886 में इस स्थान का अंतिम रूप से चयन व अधिग्रहण करके अप तथा डाउन पैसेंजर प्लेटफार्म, एक प्रतीक्षालय, पहूज बांध, अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए आवास का निर्माण हुआ। इसके बाद झांसी स्टेशन का उद्घाटन 1 जनवरी 1889 को हुआ।
ऐसे हुआ झांसी से विभिन्न दिशाओं में विस्तार

डीआरएम ने बताया कि इंडियन मिडलैंड रेलवे, जिसका मुख्यालय झांसी था, के द्वारा झांसी से कानपुर व ग्वालियर तक लाइन डलवाई गयी। सन 1878 से 1881 के मध्य में ग्वालियर-आगरा खंड का निर्माण सिंधिया स्टेट रेलवे द्वारा किया गया। सन 1884 में दिल्ली-मथुरा, 1885 में आगरा-मथुरा रेलखंड बनेI सन 1889 में झांसी-मऊरानीपुर, मऊरानीपुर-बांदा, बांदा-मानिकपुर खंड का निर्माण कार्य इंडियन मिडलैंड रेलवे द्वारा किया गया। प्रारम्भ में झांसी स्टेशन से 2 गाड़ियों का संचालन किया गया। इसके बाद इस रूट पर तत्कालीन समय की प्रसिद्ध गाड़ी पंजाब मेल का संचालन भी इसी रूट पर हुआI इस रूट पर देश की पहली सबसे तेज़ रेलगाड़ी का संचालन इसी खंड पर हुआI वर्तमान में भी देश की सबसे तेज़ रेलगाड़ी गतिमान एक्सप्रेस का संचालन भी झांसी स्टेशन से ही हो रहा है।
जल्द लगेगा 100 फीट का राष्ट्रीय ध्वज

डीआरएम ने बताया कि झांसी स्टेशन पर शीघ्र ही 100 फीट का राष्ट्रीय ध्वज स्थापित किया जायेगा। साथ ही यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिफ्ट तथा नये FOB की शुरूवात की जाएगी। महानगरों की तर्ज पर स्टेशन पर सर्कुलेटिंग क्षेत्र में निशुल्क “ड्राप एंड गो” जोन बनाया जायेगा। इससे यात्रियों को जाम आदि समस्या से निजात मिलेगी I इस अवसर पर डॉ. वाय एस अटारिया, विपिन कुमार सिंह वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, सारिका मोहन वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त, शशि भूषण वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक, मुदित चंद्रा वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी सहित अन्य विभागों के अध्यक्ष, अधिकारी, सुपरवाइजर, निरीक्षक एवं कर्मचारी आदि मौजूद रहे।
Indian </figure> railway <a  href=Jhansi Station 131st Foundation Day” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/01/02/01_3914920-m.jpg”>

Home / Jhansi / जानिए, कितना रोचक है मुंबई से दिल्ली तक रेलवे सेवाओं के विस्तार का इतिहास

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो