उधर गठबंधन का ऐलान और इधर प्रत्याशी का चुनावों की घोषणा के साथ ही तैयारियां चरम पर हैं। कोई भी अपना जरा भी समय यूं ही नहीं जाने देना चाहता है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रविवार को कांग्रेस हाईकमान ने यूपी में गठबंधन की सीटों का ऐलान किया और उसके अगले ही दिन उसके सहयोगी दलों ने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान शुरू कर दिया। इसी के तहत झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र अपने खाते में आने के बाद जन अधिकार पार्टी ने यहां से पार्टी अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मंत्री बाबूसिंह कुशवाहा को झांसी से प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा कर दी।
कार्यकर्ताओं के साथ बनाई चुनावी रणनीति जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा के छोटे भाई शिवशरण कुशवाहा पेशे से वकील हैं। वह बांदा के रहने वाले हैं। उन्होंने यहां पहुंचकर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने चुनावी रणनीति भी तैयार की। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि चुनाव में कांग्रेस से पूरा समर्थन मिलेगा। चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन और भारतीय जनता पार्टी की चुनौती का पूरी मजबूती के साथ जवाब दिया जाएगा।
अपनी-अपनी रणनीति बनाते दिखे जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता झांसी सीट मिलने पर खुश हैं और सीट दूसरे को दे दिए जाने से कांग्रेसी नाराज है। यहां पर दोनों ही दलों के कार्यकर्ता अपनी-अपनी रणनीति बनाते नजर आए। एक तरफ जहां जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता चुनाव तैयारी में जुट गए, तो दूसरी तरफ कांग्रेसियों ने पार्टी हाईकमान को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी का इजहार कर दिया। ऐसे में अब यहां गठबंधन प्रत्याशी के सामने भी चुनौतियां नजर आने लगी हैं।