झांसी। सूखा प्रभावित बुंदेलखंड पर सरकार ने मेहरबानी बरतना शुरू कर दी है। किसानों का कर्ज माफ करने के बाद अब सूखे से निपटने की प्लानिंग की जा रही है। इसके लिए सरकारी खजाने का मुंह खोला जा रहा है। अब संबंधित विभागों को कार्य योजना बनाकर देना है ताकि अगली गर्मी तक सब कुछ सामान्य हो सके।
बुंदेलखंड के इन जिलों में होगा
काम बार-बार सूखा से प्रभावित क्षेत्रों तथा केंद्रीय भूजल बोर्ड द्वारा घोषित अति दोहित विकासखंडों में भूजल रिचार्ज के लिए कृषि सहकारिता तथा किसान कल्याण विभाग, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत काम कराए जाने हैं। इसके लिए बुंदेलखंड के झांसी, जालौन, चित्रकूट, महोबा एवं बांदा सहित प्रदेश के कुल 14 जिले चुने गए हैं। प्रदेश के इन जिलों में 504 तालाब, 193 चेकडैम एवं 198 जल संभरण बंधी बनाने के लिए 26 करोड़ छह लाख 68 हजार रुपये उपलब्ध करा दिए गए हैं। इसमें से करीब सत्रह करोड़ रुपए बुंदेलखंड में खर्च होने हैं। इसके तहत मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टेट लेवल नोडल एजेंसी परती भूमि विकास विभाग ने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग को समेकित वाटरशेड प्रबंधन कार्यक्रम (आईडब्लूएमपी) की स्वीकृत परियोजनाओं को सूखे से प्रभावित क्षेत्रों तथा केंद्रीय भूजल बोर्ड द्वारा घोषित अति दोहित विकासखंडों में चयनित परियोजनाओं में कार्ययोजना तैयार कर भेजने के निर्देश दिए हैं। इस कार्ययोजना को जल्द ही बनाकर देने के लिए निर्देशित किया गया है।
ये है बजट
योजना के तहत झांसी जनपद के खाते में 372.16 लाख रुपये का बजट रखा गया है। इस धनराशि से झांसी जिले में 74 तालाब, 29-29 चेकडैम एवं जल संभरण बंधी बनाई जाएंगी। तालाब पर 148.85 लाख, चेकडैम पर 130.27 लाख एवं जल संभरण बंधी पर 93.04 लाख रुपये खर्च करने का प्रावधान किया गया है।
हर जिले को कितना बजट और कितना काम
जिला तालाब चेकडैम बंधी धनराशि
झांसी 74 29 29 372.16 लाख
जालौन 85 32 32 422.62 लाख
चित्रकूट 53 21 21 266.83 लाख
महोबा 80 32 32 393.07 लाख
बांदा 60 24 24 305.36 लाख