एसडीएम ने कहा कि प्रशासन सिर्फ औजार है, उसे निर्णय नहीं लेने होते हैं। निर्णय आपको लेने हैं। सरकार को क्या निर्णय लेने हैं और निर्णयों को कब पलटना है, इसके लिए एक तरीका होता है चुनाव। या तो सरकार ही बदल दो यदि आपके मन की सरकार नहीं है, या फिर जो मंत्री हैं, उन तक अपनी बात पहुंचाइए। कार्यकर्ताओं के द्वारा माननीयों तक आसानी से बात पहुंच सकती है। पार्टी कार्यकर्ता आपकी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचा सकते हैं। मुख्यमंत्री जी हमें चिट्ठी लिख दें कि पराली जलाने दो। हम जलाने देंगे। कहा कि पराली जलाने की घटनाओं में सिर्फ उन्हीं पर कार्रवाई की जा रही है, जहां घटनाएं सही पाई जा रही हैं।