इंडस्ट्रियल एरिया में दबोचा गया एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह चौहान के निर्देश पर निरीक्षक सुशील कुमार सिंह, उपनिरीक्षक राकेश सिंह झांसी से न्यायिक अभिरक्षा से फरार हुए मुनेश यादव निवासी सुल्तानपुरा जागीर थाना रमपुरा जालौन की तलाश में लगे हुए थे। सूचना मिली कि उक्त अपराधी महाराष्ट्र के नासिक के थाना सातपुर में छिपा हुआ है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम वहां पहुंची और पुलिस के सहयोग से मुनेश को सातपुर इन्डस्ट्रियल एरिया से पकड़ लिया। उसे झांसी लाया गया।
अपहरण के मामले में ली थी 35 लाख की फिरौती पुलिस के मुताबिक मुनेश यादव ने वर्ष 2015 में थाना समथर से मुस्तफा नामक व्यक्ति का अपहरण गैंग के सदस्यों के साथ किया था। इसमें 35 लाख रुपये की फिरौती लेने के बाद छोड़ा गया था। इस घटना में एक मुख्य आरोपी गंगा प्रसाद अपने साथियों एवं फिरौती के रुपयों के साथ पकड़ा गया था। वर्ष 2016 में गंगा प्रसाद व मुनेश यादव झांसी जेल से अदालत में पेशी पर आ रहे थे, तभी मौका देख दोनों फरार हो गए थे। इस अपहरण की घटना में पुलिस विभाग के एक हेड कांस्टेबल का नाम भी प्रकाश में आया था। पुलिस का कहना है कि सिपाहियों से सांठगांठ कर दोनों अपराधी भाग गए थे। इस मामले में नवाबाद थाने में मुकदमा दर्ज है।
आरोपी पर यूपी-एमपी में हैं 13 मुकदमे पुलिस के मुताबिक गंगा प्रसाद को 13 जुलाई 2017 को कानपुर टीम ने गिरफ्तार कर लिया था, जबकि एसटीएफ मुनेश यादव की तलाश में लगी हुई थी। आईजी ने मुनेश यादव पर 15 हजार का इनाम घोषित कर दिया था। पुलिस के मुताबिक मुनेश यादव पर 13 मुकदमे हैं। इनमें जालौन, झांसी और मध्य प्रदेश के भिण्ड के शामिल है। इस आरोपी को अदालत में पेश किया गया। वहां से उसे जेल भेजा गया।