एक ऐसा ‘शौक’, जो देता है कैंसर-लकवा जैसे रोग और ले लेता है जान
एक ऐसा ‘शौक’, जो देता है कैंसर-लकवा जैसे रोग और ले लेता है जान
एक ऐसा ‘शौक’, जो देता है कैंसर-लकवा जैसे रोग और ले लेता है जान
झांसी। जिले के तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा.आर एस वर्मा बताते हैं कि तंबाकू कैंसर और लकवा जैसे घातक रोग देता है। इसे लोग शुरू-शुरू में शौकिया तौर पर इस्तेमाल करते हैं। फिर धीरे-धीरे यह आदत में शामिल हो जाता है। अकेले तंबाकू जनित रोगों, इसकी जटिलताओं तथा कैंसर, लकवा, अंधापन इत्यादि के कारण प्रत्येक वर्ष लगभग दस लाख भारतीयों की मृत्यु हो जाती है। इसे तंबाकू सेवन छोड़कर रोका जा सकता है। युवा वर्ग द्वारा शौक के रूप में प्रारम्भ किया गया व्यसन परिवार व समाज के लिये घातक है।
यहां चलता है तंबाकू उन्मूलन केंद्र
जिले के तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा.आर एस वर्मा बताते हैं कि तंबाकू छोड़ने में सहयोग हेतु जिला चिकित्सालय के कमरा नं. 19 में संचालित तंबाकू उन्मूलन केन्द्र का सहयोग लिया जा सकता है। जहां पर अब तक लगभग काफी संख्या में व्यक्तियों द्वारा परामर्श लिया जा चुका है। इस केन्द्र में तम्बाकू की लत छोड़ने हेतु इच्छुक व्यक्तियों को परामर्श तथा निःशुल्क इलाज प्रदान किया जाता है।
इनके लिए है प्रतिबंध
नोडल अधिकारी तंबाकू नियंत्रण डा. आर.एस. वर्मा ने बताया कि सार्वजनिक जगहों पर धूम्रपान 18 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति द्वारा तम्बाकू खरीदना व बेचना तथा शिक्षण संस्थाओं के 100 गज के दायरे में तम्बाकू उत्पादों की बिक्री को कोटपा एक्ट 2003 द्वारा निषेध किया गया है। इन नियमों का पालन न करने पर 200 रू. तक का जुर्माना किया जा सकता है। साथ ही तम्बाकू उत्पादों के प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष विज्ञापन तथा बिना चित्रमय चेतावनी के तम्बाकू उत्पाद की बिक्री भी दण्डनीय अपराध है।
दिखाए तंबाकू के दुष्प्रभाव
इस अवसर पर उपस्थित कार्यक्रम के जनपद सलाहकार डा. प्रतीक गुबरेले द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से तम्बाकू के दुष्प्रभाव दिखाए। इसके साथ ही सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम 2003 के विषय में जानकारी प्रदान की। वहीं, क्षेत्रीय समन्वयक पुनीत श्रीवास्तव ने कहा कि मीडिया का सहयोग जन जागरूकता के इस कार्यक्रम हेतु अत्यन्त आवश्यक है।