छप्पर पर गिरा बिजली का तार
आग से झुलसे दयानंद के भतीजे विकास ने बताया कि घर के पास बने छप्पर में भैंसों को बांधकर खेत में काम रहे थे। इस दौरान अचानक बिजली का तार टूट कर छप्पर पर गिरा जिससे आग लग गयी। आग की लपटें देख वह और उनके साथ काम कर रहे अन्य लोग उसे बुझाने के लिए दौड़े। इस बीच, जब मौके पर पहुंचे तो चाचा-चाची और उनका बेटा छप्पर में बंधे पशुओं को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन फूस से बने होने के कारण आग इतनी तेजी से फैली की छपरे में बंधे पशुओं को खोलने का मौका भी नहीं मिला। जब तक आग पर काबू पाते, तब तक छप्पर पूरी से जल चुका था। उसमें बंधी पांच भैंस जिंदा जल गयीं।