तेज धमाका, पट्टियां टूटी हादसे के दौरान धमाका इतना तेज था कि दुकान की छत की पट्टियां भी टूटकर नीचे गिर गई। वहीं आस पास की अन्य दुकानों में भी दरारें आ गई। धमाका सुनकर अनेक लोग एकत्रित हो गए। छत की पट्टियां टूटकर गिरने से दुकान में मळबे का ढेर लग गया। पुलिस ने मळबा हटाकर युवक के क्षत विक्षत शव को बाहर निकाला और राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। इसके बाद पोस्टमार्टम करवा कर जयप्रकाश का शव परिजनों को सौंप दिया।
सबसे छोटा था जयप्रकाश
हादसे में जान गंवाने वाला कस्बे का वार्ड दो निवासी जयप्रकाश सैनी तीन भाई-बहनों में सबसे छोटा था।वह अविवाहित था और खुद की कार किराए पर चलाता था। मृतक का पिता बुधराम सैनी खेतीबाड़ी व मजदूरी करता है।हादसे के बाद परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पडा़।शाम को गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।
झुंझुनूं. हवा भरने की मशीन जिले में हजारों जगह है। लेकिन कई दशकों से इनकी जांच नहीं हो रही। यह मशीन कितनी पुरानी हैं? हवा का दबाव नापने का मीटर सही है या नहीं? इनको निर्धारित जांच के बाद तय स्थान पर रखा है या नहीं। जानकारों का कहना है कि इस प्रकार के हादसे रोकने के लिए जिले की सभी कम्पे्रशर मशीनों की जांच नियमित अंतराल पर होनी चाहिए।