मुकुंदगढ़. होली पर्व के मौके पर कस्बे में विभिन्न स्थानों पर देर रात तक चलने वाले फागोत्सव के रंगारंग कार्यक्रमोंं में लोक संस्कृति साकार हो रही है। वार्ड दो स्थित काका चौक में हनुमान मित्र मंडल के बैनर तले चल रहे फागोत्सव में चेतन शर्मा, राजेश शर्मा, पार्षद राजकुमार चेजारा, राकेश बागड़ी, सुनील सैनी, मुन्नालाल, आशीष गुर्जर समेत अन्य कलाकारों ने बासुंरी की स्वर लहरियों पर चंग धमाल की प्रस्तुति देते हुए देर रात तक कार्यक्रम में समां बांधा। उधर, गनेड़ीवाला छतरी में आयोजित कार्यक्रम में भी रजनीश पांडे, मनोज चौमाल, संदीप शर्मा समेत अन्य गायकारों ने भी ढप की थाप पर एक से बढकर एक धमालों की प्रस्तुति दी।
बगड़.कस्बे के श्री श्याम मंदिर के पांच दिवसीय श्याम महोत्सव मेले में फतेहपुर के चुवासधाम के महंत निश्चलनाथ व अर्जुनदास के सानिध्य में भजन संध्या हुई। राकेश बावलिया ने गणेश वंदना से भजन संध्या का शुभारंभ किया। निश्चलनाथ ने श्याम धणी तेरे नाम से गुजारा हमारा.., सांवरिया थारा नाम हजार मैं कैंया लिखू कुं-कुं पतरी.., झोली भरदे रे खाटू का बाबा श्याम.., मेरे शीश के दानी का सारे जग में डंका बाजे… सहित अनेक भजनों की प्रस्तुतियां दी।
खेतड़ी. श्याम दीवना सेवा संघ त्यौन्दा के तत्वावधान में श्याम मन्दिर त्यौन्दा में श्याम दीवाना महोत्सव का जागरण के साथ समापन हुआ। खाखी धाम के महंत रामशरणदास के सानिध्य में पं.प्रवीण कौशिक व सांवरमल शर्मा ने पूजा करवाई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष गोकुलचन्द सैनी थे। कांग्रेस एसीबी प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष चुन्नीलाल चनेजा,कर्नल सुलतानसिंह छावल विशिष्ट अतिथि थे। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष किरोड़ीमल अग्रवाल,चिरंजीलाल चौधरी ,मुरारीलाल मित्तल, सीताराम शर्मा, महेन्द्र डाडा, अशोक शर्मा,विनोद अग्रवाल, बाबूलाल अग्रवाल, राजाराम अग्रवाल,महावीर सिंह,सहीराम बांशियाल,विनोद सोनी ने अतिथियों का सम्मान किया। इस अवसर पर जयपुर से आई ममता वाजपेयी, देव राजस्थानी, रमेश सैनी ने भजनों की प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में त्योन्दा के अलावा आस-पास के गांवो रामपुरा,मेहाडा,बसई,दनचोली, निजामपुर, खेतड़ी,डाडा फतेहपुरा,बांसियाल के श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
चिड़ावा.शेखावाटी के वृंदावन में तीन दिवसीय महोत्सव के आखिरी दिन सोमवार को बाबा पुरुषोत्तमदास का जन्मदिवस मनाया गया। जिसमें बाबा की पूजा अर्चना तथा शोभायात्रा निकाली गई। पंचपेड़ से बिहारी जी मंदिर तक भक्तों ने नृत्य किया। जिसमें प्रवासी राजस्थानियों ने भी हिस्सा लिया। पंचपेड़ पर होली खेली गई। सभी लोगों ने भगवान को रंग लगाया। कार्यक्रम में राजस्थान के अलावा पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा, गुजरात, महाराष्ट्र्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, दिल्ली सहित अन्य जगहों से प्रवासी पहुंचे।