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Mandawa Byelection 2019: झुंझुनू जिले में उपचुनावों में कांग्रेस का पलड़ा रहा है भारी

locationझुंझुनूPublished: Sep 24, 2019 11:16:33 am

Submitted by:

santosh

Mandawa Byelection 2019: झुंझूनू जिले के 7 विधानसभा क्षेत्रों में अब तक पांच उपचुनाव हो चुके हैं जिनमें कांग्रेस का पलड़ा भारी रहा है।

Congress candidate asked for video clip

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झुंझुनूं। Mandawa Byelection 2019: राजस्थान की 2 विधानसभा सीटों खींवसर और मंडावा में उपचुनाव को लेकर अधिसूचना जारी हो गई है। दोनों सीटों के लिए 21 अक्टूबर को मतदान होगा और 24 अक्टूबर को नतीजे आएंगे। खींवसर सीट हनुमान बेनीवाल और मंडावा सीट नरेन्द्र कुमार के सांसद बन जाने के कारण खाली हुई थी।

 

झुंझूनू जिले के 7 विधानसभा क्षेत्रों में अब तक पांच उपचुनाव हो चुके हैं जिनमें कांग्रेस का पलड़ा भारी रहा है। 21 अक्टूबर को मंडावा विधानसभा क्षेत्र में दूसरी बार उपचुनाव के लिए मतदान होगा, जबकि यह जिले का छठा उपचुनाव होगा। इससे पहले पांच बार उपचुनाव हुए, जिसमें चार बार कांग्रेस विजयी रही एवं एक बार भाजपा ने जीत दर्ज की।

 

मंडावा विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस और भाजपा में ही कड़ा मुकाबला होने वाला है। इस उपचुनाव का परिणाम क्या रहेगा यह तो समय ही बताएगा, लेकिन मंडावा उप चुनाव को लेकर पूरे जिले के साथ ही राज्यस्तर पर राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है।

 

राजनीतिक सूत्रों के अनुसार झुंझुनू जिले की सात विधानसभा क्षेत्रों में इस उपचुनाव से पहले पांच बार अलग-अलग समय में उपचुनाव हो चुके हैं। पहला उपचुनाव 1969 में खेतड़ी में हुआ था जब 1967 में विधायक चुने गए ठाकुर रघुवीर सिंह ने 1969 में इस्तीफा दिया था। उस उप चुनाव में कांग्रेस के शीशराम ओला यहां से निर्वाचित हुए।

 

दूसरा उपचुनाव 1983 में मंडावा विधानसभा क्षेत्र से जनता पार्टी के विधायक लच्छुराम के निधन के चलते हुआ। इसमें कांग्रेस के रामनारायण चौधरी विजयी हुए। इसी प्रकार 1988 में खेतड़ी विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव विधायक मालाराम गुर्जर की मृत्यु के कारण हुआ। जिसमें कांग्रेस के डॉ. जितेंद्र सिंह निर्वाचित हुए, वहीं 1996 में झुंझुनू विधानसभा के हुए उप चुनाव में कांग्रेस से बृजेंद्र ओला एवं भाजपा से डॉ. मूलसिंह शेखावत के बीच मुकाबला हुआ, जिसमें पहली बार भाजपा ने विजय पाई।

 

वर्ष 2014 में सूरजगढ़ विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय विधायक संतोष अहलावत के सांसद बन जाने के कारण खाली हुई सीट पर उपचुनाव हुए। जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी श्रवण कुमार और भाजपा से डॉ. दिगंबर सिंह के बीच मुकाबला हुआ, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी विजयी रहे।

 

सूरजगढ़ की तरह ही इस बार मंडावा क्षेत्र में भी स्थानीय विधायक के सांसद बनने के कारण खाली हुई सीट पर उप चुनाव हो रहा है। जिसमें कांग्रेस एवं भाजपा के बीच ही मुख्य मुकाबला होना माना जा रहा है। कांग्रेस से पूर्व विधायक रीटा चौधरी की टिकट तय मानी जा रही है, वहीं भाजपा की टिकट पर कौन प्रत्याशी होगा, यह 30 सितंबर से पहले तय होने पर ही पता लग पाएगा।

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