पुलिस की जांच के दौरान बच्चों से कुकर्म करने के मामले में एक के बाद एक कई परतें खुल रही हैं। पुलिस जांच में दो महीने के खंगाले गए सीसीटीवी फुटेज में सामने आया है कि आरोपी शिक्षक रविंद्रसिंह ने दो महीने के दौरान आठ बच्चों को अपने कमरे में बुलाया था। यह मामला होने के बाद कई अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल से छुट्टी दिलाकर ले गए। वहीं स्कूल में बच्चों की काउंसलिंग के लिए कोई काउंसलर तक नहीं था। आरोपी खुद सीनियर हाउस मास्टर था। इसके अलावा चार हाउस मास्टर थे जो सीनियर हाउस मास्टर के अधीन कार्य करते थे। वह श्किायत करने वाले बच्चों को लोहे की रॉड से पीटता था। राज्य बाल संरक्षण आयोग की टीम ने जांच में यह तथ्य माना है।
वहीं बच्चों ने आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल को आपबीती बताई। बच्चों ने बताया कि शिक्षक डराकर रखता था। स्कूल में हॉस्टल और आवास बिल्कुल सटे हुए हैं, जिसमें एक रास्ता होस्टल से सीधे शिक्षक के आवास पर जाता था और दूसरा रास्ता घूमकर। ऐसे में मास्टर होस्टल से बच्चों को आवास वाले सीधे रास्ते से बुलाता था। इस बात का अन्य स्टाफ को पता था, लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया।