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झुंझुनू

यह हैं तिरंगे वाले थानेदार

दिल्ली पुलिस से रिटायर्ड थानेदार जगदीश झाझडिय़ा पर गांवों में तिरंगा लहराने का ऐसा जुनून सवार हुआ कि लोग अब इनको तिरंगे वाले थानेदार से ज्यादा जानने लगे हैं।

झुंझुनूJan 27, 2021 / 11:41 pm

Rajesh

यह हैं तिरंगे वाले थानेदार

यह हैं तिरंगे वाले थानेदार

#tirange wala thanedar
झुंझुनूं. यह तिरंगे वाले थानेदार हैं। हां, इनकी पहचान अब यही बन गई है। दिल्ली पुलिस से रिटायर्ड थानेदार जगदीश झाझडिय़ा पर गांवों में तिरंगा लहराने का ऐसा जुनून सवार हुआ कि लोग अब इनको तिरंगे वाले थानेदार से ज्यादा जानने लगे हैं। अब अब तक एक दर्जन गांवों में चालीस व इससे ज्यादा फीट के ऊंचाई वाले तिरंगे लगा चुके। कहीं पर पूरी राशि इन्होंने खुद ने खर्च की तो कहीं पर दनदाताओं को प्रेरित कर तिरंगा लगवा रहे हैं। इनका सपना है कि वर्ष 2022 तक 75 जगह तिरंगे लगाए जाएं।
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जिले के बड़ानिया गांव निवासी जगदीश झाझडिय़ा ने बताया कि वे अब तक जखोडा, बुड़ानिया, जाखड़ा, लाम्बा, बजावा सुरो का, लाम्बा गोठडा, गोवली, घंडावा, धत्तरवाला, चींचडौली, लाठ स्कूल मंड्रेला, आरबीएन स्कूल मंड्रेला, घरडू व अन्य जगह तिरंगे लगा चुके। सभी जगह इनके लोहे के मजबूत पोल की ऊंचाई चालीस फीट या इससे ज्यादा है। बुडानिया में तिरंग की ऊंचाई सौ फीट से ज्यादा है।
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स्टेडियम पर खर्च कर चुके 35 लाख
थानेदार ने बताया कि वे बच्चों के स्टेडियम के निर्माण के लिए गांव में स्टेडियम का निर्माण कर चुके। इसपर अकेले ने 35 लाख रुपए खर्च किए हैं। ग्रामीणों ने भी पूरा आर्थिक सहयोग किया है। थानेदार ने बताया कि रिटायरमेंट से पहले एक बार राष्ट्रीय पर्व पर वे खुद के गांव में थे। तब उन्होंने खुद के घर पर तिरंगा लगा रखा था, तब अनेक लोगों ने उनको टोका। कई सवाल जवाब किए। एक जने ने तो यहंा तक कह दिया कि यह किस देवता का झंडा है। यह बात उनको चुभ गई। इसके बाद उन्होंने तय किया कि रिटायरमेंट के बाद वे वापस खुद के गांव आएंगे। और गांव-गांव में तिरंगा लहराएंगे। यह हमारी शान है।

बेटों के भविष्य के लिए आगे आए कासीमपुरा के ग्रामीण

झुंझुनूं. कासीमपुरा ग्राम पंचायत में युवकों को सेना में भर्ती के लिए तथा विद्यालय के बच्चों के लिए मिनी स्टेडियम तैयार किया जा रहा है। पिछले 25 वर्षों से खेल मैदान की कोई देखरेख नहीं हुई । अब गांव के पूर्व सैनिकों एवं रिटायर्ड अध्यापकों ने मैदान को मिनी स्टेडियम का रूप देने का बीड़ा उठाया है। जिसके लिए ग्रामवासी भी बढ़-चढ़कर सहयोग कर रहे हैं । चंदा देने वाले दानदाताओं को ग्रामीणों ने सम्मानित किया। गांव के एनआरआइ बहादुर चावला ने कुछ साल पहले गांव के बालिका विद्यालय में एक कमरा बनवाया एवं अब 51000 हजार रुपए का चंदा दिया है।वहीं, जयसिंह चावला ने 31000, दिनेश फोगाट ने 31000, ख्यालीराम ने 51 सौ रुपए, कैप्टन भगवान सिंह ने 5000, हवलदार रणजीत ने 5000, रमेश जांगिड़ ने 5100, राधेश्याम जांगिड़ ने 5100, पूर्व सैनिक शिक्षक बोदनराम चावला ने 5100, रामनाथ मास्टर ने 11000, गौरव सेनानी शिक्षक संघ अध्यक्ष राजपाल फौगाट ने 11000, प्रदीप फौगाट ने 11000, सूबेदार रघुवीर ने 5000, हवलदार जयसिंह फौगाट ने 5000, सत्यवीर चावला ने 4100, सूबेदार होशियार सिंह ने 6 100, हवलदार केशरी सिंह काम में पूर्ण सहयोग कर रहे हैं। सभी दानदताओं को खेल मैदान में सम्मान किया गया।

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