हर रोज की तरह आज गांव सहित आस-पास के गांव से विद्यार्थी स्कूल पहुंचे। नौ बजे के करीब सरपंच प्रतिनिधि श्रवण की अगुवाई में ग्रामीण स्कूल पहुंचे। यहां स्कूल स्टाफ को बाहर निकाल कर स्कूल गेट को ताला जड़ दिया। ग्रामीणों के साथ विद्यार्थी भी गेट के सामने धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों ने स्कूल स्टाफ पर आरोप लगाया गया कि यहां पर चपरासी से लेकर हर कर्मचारी राजनीति करता है। यहां पर गुट अध्यापकों द्वारा बनाए गए हैं, जिससे यहां पर पढ़ाई वाला माहौल नहीं है। यहां विद्यार्थियों को पढ़ाने पर कम आपस में गुटबाजी बढ़ाने में स्टाफ अधिक ध्यान देता है।
तीन साल से परिणाम आ रहा है
श्रवण, बलवान, कृष्ण, राकेश, महेंद्र नंबरदार, श्रवण, सतबीर, केहर ने बताया कि राजकीय स्कूलों का इस साल परीक्षा परिणाम पूरे प्रदेश में बेहतर आया है। यहां स्कूल में 10वीं कक्षा के 28 विद्यार्थियों में से दो ही पास हुए है। यहां पर 2018 में दो टीचरों के बीच हुआ झगड़ा तो पुलिस थाना तक पहुंच गया था। आपस में बात मारपीट तक पहुंच गई थी। यह मामला भी पुलिस में दर्ज हुआ। यहां पर परीक्षा परिणाम निरंतर गिर रहा है। चपरासी तक गुटबाजी में लगा रहता है।
पांच का किया अस्थाई तबादला
ग्रामीणों की मांग पर मांडी राजकीय हाई स्कूल के पांच कर्मचारियों को अस्थाई तबादला कर दिया गया है। सप्ताह के अंदर दूसरे कर्मचारियों का तबादला भी किया जाएगा। स्कूल में आपसी राजनीति से गुटबाजी करना बिल्कुल गलत है। परीक्षा परिणाम भी मांडी स्कूल का प्रभावित हुआ है। जो भी कार्रवाई विभाग के अनुसार बनती है वो भी अमल में लाई जाएगी।
-जगदीश चंद्र, डिप्टी डीईओ, जींद।