केंद्र ने तीन चरणों में बांटा राहत पैकेज
केंद्र सरकार द्वारा कोरोना से उबरने के लिए दिए जाने वाले राहत पैकेज को तीन श्रेणियों में बांटा गया है। जिसके तहत एमएसएमई के लिए तीन लाख 60 हजार करोड़ रुपए आरक्षित रखे गए हैं। पहले श्रेणी में सामान्य श्रेणी के एमएसएमई के लिए तीन लाख करोड़ रुपए रखे गए हैं। इससे नए उद्योगों की स्थापना भी होगी। दूसरी श्रेणी में उन उद्योगों को रखा गया जो काम तो बेहतर कर सकते हैं लेकिन किन्हीं कारणों से उत्पादन बंद पड़ा है। इनके लिए 50 हजार करोड़ रुपए आरक्षित रखे गए हैं। तीसरी श्रेणी में स्टार्टअप व ऐसे उद्योगों को शामिल किया गया है। जिन्हें बूस्टअप करने की जरूरत है। इसके लिए दस हजार करोड़ रुपए आरक्षित रखे गए हैं।
उद्योगपतियों की मदद को सरकार ने बनाई हाईपावर कमेटी
मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा की अध्यक्षता में बनाई गई इस कमेटी में वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, उद्योग विभाग के एसीएस एके सिंह, एमएसएमई निदेशक विजेंद्र गुप्ता के अलावा हरियाणा के लीड बैंक के प्रतिनिधि तथा दो प्रतिनिधियों को एमएसएमई सैक्टर से नामजद किया गया है।
हरियाणा में 50 हजार यूनिट चालू, 31 लाख श्रमिक काम पर लौटे
लॉकडाउन चार के दौरान जहां प्रदेश के लगभग सभी जिलों में औद्योगिक व कॉमर्शियल गतिविधियां शुरू हो गई है वहीं प्रदेश में अब तक 50 हजार 794 उद्योग-धंधे चालू हो चुके हैं। जिनमें 31 लाख 10 हजार 493 कर्मचारी काम पर लौट आए हैं। प्रदेश के 250 कंटेनमेंट जोन में अभी किसी तरह का काम चालू नहीं किया गया है।