युवकों द्वारा माफी मांगने के बाद ही पुलिस ने परिवार व पंचायत के लोगों के आश्वासन पर युवकोंं को चेतावनी देकर छोड़ दिया । थाना प्रभारी वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार को ऑप्रेशन दूर्गा के तहत जींद के कई सरकारी व प्राइवेट स्कूलों का दौरा किया गया। कई स्कूलों के आसपास स्थिति बिल्कुल सामान्य थी। लेकिन महिला महाविद्यालय के आसपास बड़ी संख्या में युवकों का झूंड खड़ा था।
थाना प्रभारी ने उन युवकों से वहां खड़े होने का कारण पूछा तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाएं । पुलिस ने ज्यादा संदेहजनक होने पर कुछ युवकों को काबू किया और थाना में उनके परिजनों को बुलवाया तथा उनके समक्ष ही पूरी स्थिति को बताया। परिजनों व परिवार के लोगों तथा युवकों द्वारा माफी मांगे जाने पर ही चेतावनी देकर छोड़ दिया।
मारपीट के मामले में एसएमओ डा. राजेश भोला को सुरक्षा मुहैया करवाई जींद के कंडेला अस्पताल में सीनियर मेडिकल ऑफिसर के साथ गुंडागर्दी करने के मामले की गंभीरता को देखते हुए उनके लिए पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाई गई है। इससे पहले पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था लेकिन दो अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। मामले में तीन स्वास्थ्य कर्मचारी नेताओं पर मामला दर्ज हुआ था। इतना ही नहीं मामले में मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट भी जुड़ गया है जिसके चलते आरोपियों को कोर्ट से जल्द जमानत भी नहीं मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि जींद जिल के कंडेला स्थित सीएचसी में बतौर इंचार्ज तैनात सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ. राजेश भोला स्टाफ की कार्यशैली जांचने के लिए अक्सर चेंकिंग करते हैं। इस दौरान जो भी कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं मिलता, वह उसकी गैरहाजिरी लगा देते हैं। इसी बात से नाराज कुछ कर्मचारी उनके ऑफिस में घुस आए और उनके साथ बहस करने लगे। इसी दौरान उनके नेता ने डॉक्टर को थप्पड़ मार दिया।
ये कर्मचारी डॉक्टर भोला को चैकिंग न करने को कह रहे थे। जबकि डॉ. भोला ने साफ कहा कि
काम तो करना पड़ेगा ये बात कर्मचारी नेता को नागवार गुजरी और वे भोला से मारपीट करने लगा। इसके बाद स्रूह्र ने पुलिस को इस मामले के बारे में शिकायत दी। पुलिस ने एसएमओ की शिकायत पर 3 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया।