भाजपा द्वारा बृहस्पतिवार को जींद में आयोजित की गई युवा हुंकार रैली में उम्मीद के मुकाबले कई गुणा कम भीड़ जुटी थी। जिसे लेकर विपक्ष ने भाजपा की चौतरफा घेराबंदी कर रखी है। सूत्रों की मानें तो भीड़ नहीं जुटने से भाजपा हाईकमान ने सख्त रवैया अपना लिया है। भाजपा के लिए हरियाणा शुरू से ही देशभर में एक मॉडल स्टेट के रूप में रहा है। केंद्र सरकार द्वारा अपने कई राष्ट्रीय कार्यक्रमों अथवा राष्ट्रव्यापी अभियानों की शुरूआत हरियाणा से ही की गई है।
इसके बावजूद रैली को प्रदेश की जनता का प्रोत्साहन नहीं मिलने से भाजपा हाईकमान भी चिंतित है। प्रदेश भाजपा के एक आला नेता ने बताया कि हाईकमान द्वारा तमाम वरिष्ठ नेताओं एवं मंत्रियों को चिन्हित करते हुए उनके हलकों से आने वाली मोटरसाइकिलों का ब्यौरा मांग लिया गया है। इस रैली के बाद प्रदेश भाजपा में संगनात्मक स्तर पर बदलाव की चर्चाएं फिर से शुरू हो गई हैं।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर करीब तीन माह पहले ही मंत्रिमंडल में फेरबदल चाहते थे लेकिन हरियाणा में अचानक हुई सामूहिक बलात्कार की घटनाओं के चलते हाईकमान ने इस तजुर्बे पर रोक लगा दी थी। अब रैली के बाद फिर से इन चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है कि हरियाणा में बहुत जल्द सत्ता व संगठन के स्तर पर बदलाव हो सकता है।
दूसरी तरफ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने भी रैली के समूचे घटनाक्रम को लेकर भाजपा के प्रति नजरें टेढी कर ली हैं। आरएसएस नेताओं ने आज बकायदा जींद व अन्य जिलों से इस रैली का फीडबैक लिया। यही नहीं इस रैली के बाद आरएसएस ने बकायदा अपने स्तर पर रिपोर्ट तैयार करनी शुरू कर दी है। आरएसएस द्वारा अपने स्तर पर उन सभी हलकों से शामिल हुई मोटरसाइकिलों की रिपोर्ट ली जा रही है जहां भाजपा के विधायक हैं। माना जा रहा है कि इस रिपोर्ट के बाद हरियाणा में बदलाव हो सकता है।