जींद के नागरिक अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर अपनी सरकार की उपलब्धियां गिना रहे थे। भाषण देते समय मनोहरलाल खट्टर पूरी तरह से उसमें खो गए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्टाइल में जनता से रूबरू होकर भाषण के माध्यम से जनता को अपने साथ जोड़ते रहे।
खट्टर ने पंडाल में मौजूद महिलाओं तथा पुरूषों से जब विकास के संबंधित सवाल किए तो जनता ने हाथ खड़े करके मुख्यमंत्री का साथ देते हुए मंच से उनके द्वारा किए जाने वाले दावों पर मोहर लगाने का काम किया। इसी दौरान मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई उज्जवला योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिखाए मार्ग पर चलकर हरियाणा को देश का पहला कैरोसीन मुक्त राज्य बनाया है।
मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर बोलते हुए इतने भावुक हुए कि उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने महिलाओं को चूल्हे से मुक्ति दिलाकर उन्हें गैस उपलब्ध करवाने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने जैसे ही मंच से यह दावा किया कि आज हरियाणा से कैरोसीन जहां पूरी तरह खत्म हो गया है वहीं महिलाएं भी अब गैस सिलैंडर पर खाना बनाने लगी हैं।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने महिलाओं से मुखातिब होते हुए उनसे समर्थन मांगा लेकिन पंडाल में मौजूद करीब दो दर्जन महिलाओं ने हाथ खड़े करके कहा कि उन्होंने तो आजतक गैस सिलेंडर की शक्ल तक नहीं देखी है। वह तो आज भी खाना चूल्हे पर ही बना रही हैं। सार्वजनिक सभा में यह दावा सुनते ही मुख्यमंत्री खट्टर झेंप गए और उन्हें अधिकारियों की गलत रिपोर्टिंग के कारण शर्मिंदा होना पड़ा।
महिलाओं का दावा सुनकर पंडाल में मौजूद लोग मुख्यमंत्री पर हंसने लगे। जैसे-तैसे स्थिति को संभालते हुए सीएम खट्टर ने मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि उक्त सभी महिलाओं से उनके बारे में विस्तृत जानकारी हासिल करें और उन्हें गैस कनैक्शन उपलब्ध करवाएं। मुख्यमंत्री ने जिला उपायुक्त को भी इस संबंध में रिपोर्ट देने के निर्देश जारी किए।