थानाधिकारी दिलीप खदाव के अनुसार प्रकरण में अब तक आठ आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें रावर में जूनकी ढाणी निवासी बुद्धाराम बिश्नोई व उसका भाई हनुमानराम, राजेन्द्र उर्फ राजू व विकास पुत्र हनुमानराम बिश्नोई हत्या करने में शामिल थे। जो अभी रिमाण्ड पर हैं। जबकि रैकी करने वाले विक्रम माली व हेमसिंह गहलोत और रैकी कराने में मददगार भभूताराम बिश्नोई व हथियार उपलब्ध करवाने वाला पंकज न्यायिक अभिरक्षा में भेजे जा चुके हैं।
आरोपियों से जांच में सामने आया कि शादीशुदा बहन के साथ ही भांजी को भगा ले जाने को लेकर पीहर पक्ष हिस्ट्रीशीटर विकास पंवार से बदला लेने की फिराक में थे। इसी के चलते महिला के भाई बुद्धाराम व हनुमान ने हथियारों की व्यवस्था की थी। फिर तीन महीने बाद विक्रम माली व हेमसिंह ने विकास का पता लगाया तो 17 मई की दोपहर उसकी हत्या कर दी गई थी।
हथियार से लैस हिस्ट्रीशीटर था खाली हाथ
पुलिस का कहना है कि हमले की आशंका के चलते हिस्ट्रीशीटर हमेशा पास में हथियार रखता था। हत्या से कुछ देर पहले वह महिला की पुत्री के साथ बाइक पर बाजार निकला था, लेकिन किसी के पीछा करने का अंदेशा होने पर वह पुत्री को घर छोड़ दिया था और फिर खुद अकेला ही सब्जी लेने आया था। उस दिन उसके पास हथियार नहीं था।