पुलिस कमिश्नर प्रफुल्ल कुमार का कहना है कि प्रारम्भिक सूचना में पांच में से तीन व्यक्ति दिल्ली के मरकज में जाकर आए थे। अन्य के बारे में जांच की जा रही है।
मस्जिद के पास मकान में मिले पांचों जमाती मुम्बई के रहने वाले हैं। इन सभी ने पुलिस को मुम्बई से आने के बारे में अवगत कराया, लेकिन तीन व्यक्तियों के बुखार अधिक होने पर पुलिस को संदेह हुआ। तीनों की मोबाइल लोकेशन व अन्य पहलूओं से जांच की गई। तब रात को तीन जमातियों के दिल्ली मरकज में शामिल होने का पता लगा। तीनों जने 16 मार्च को दिल्ली से लौटे थे, जहां से दो दिन पहले ही जोधपुर आए थे।
उधर, झंवर थानान्तर्गत लोरड़ी गांव की एक मस्जिद में बुधवार को ग्यारह व्यक्ति मिले। जो गत 16 मार्च को कुरान पढऩे के लिए जयपुर में न्यू दिल्ली रोड पर गए थे। उन्हें चार माह रूकना था, लेकिन दस-बारह दिन रूकने के बाद सभी जने गत 28 मार्च को जोधपुर आ गए थे और लोरड़ी की मस्जिद में रहने लगे थे। स्वास्थ्य जांच में सामान्य पाए जाने पर सभी को मस्जिद में ही आइसोलेशन पर रखा गया है। इनका जमात से कोई संबंध सामने नहीं आया है।
मरकज से आने के संदेह में 26 जमातियों के सैम्पल लिए गए। प्रतापनगर, राजीव गांधी नगर व बोरानाडा से पन्द्रह जनों को एमडीएम अस्पताल भिजवाकर सैम्पल लिए गए। वहीं, सिंधीपुरा, कापरड़ा, बुचकला, बोरूंदा, देचू, हिंडालगोल व जांबा में 17 जनों को अस्पताल में भर्ती कराकर 11 जनों के सैम्पल लिए गए। शेष छह जनों को स्व क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया।
पीपाड़सिटी.उपखंड क्षेत्र के गांव बुचकलां व साथिन में मंगलवार देर रात दिल्ली की तबलीगी जमात से आए ग्यारह युवकों को स्क्रीनिंग के बाद कोरोना के प्रारंभिक लक्षणों को देखते हुए तत्काल जोधपुर रेफर कर दिया गया। इसके साथ ही प्रशासन ने जमात में भाग लेकर आए ग्रामीणों की तत्काल जानकारी देने की अपील के साथ ही मस्जिदों और मदरसों में तलाशी शुरू कर दी है।