लेकिन इसके बावजूद भी ग्रामीणों की मांगों पर कोई सुनवाई अथवा ठोस आश्वासन नहीं मिल पाया है और इससे नाराज ग्रामीणों ने 1 मार्च से अनशन शुरु की चेतावनी दी है।
स्थानीय ग्रामीण रघुवीरसिंह मंगेरिया ने बताया कि भोपालगढ़ उपखण्ड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में निर्माणाधीन भावी से खींवसर वाया भोपालगढ़ स्टेट हाइवे-86-सी की सडक़ क्षेत्र के मंगेरिया व गजसिंहपुरा आदि गांवों से भी होकर निकल रही है। इसको लेकर करीब दो वर्ष पूर्व किए सर्वे एवं प्रथम नक्शे में नई स्टेट हाइवे का निर्माण इन गांवों से गुजरती पुरानी सडक़ों पर ही करने का प्रस्ताव किया गया था।
बाद में मंगेरिया व गजसिंहपुरा गांवों से गुजरने वाले इस रास्ते में बदलाव करते हुए सडक़ निर्माण करवाने वाली कार्यकारी एजेंसी ने ग्रामीणों की बिना सहमति के ही फिर से गुपचुप सर्वे करवाकर इस सडक़ को गांव के बाहर मोड़ देकर गंवाई तालाबों के पास स्थित अंगोर व किसानों की जमीन में से होते हुए चरड़ां-धारणावास तिराहे पर जोडऩे का प्रस्ताव ले लिया।
इस पर ग्रामीणों ने गंवाई नाडी व तालाब की अंगोर व किसानों की जमीन पर सडक़ निर्माण नहीं करवाकर पूर्व में किए गए सर्वे के अनुसार ही निर्माण करवाने की मांग को लेकर गत 7 जनवरी से अंगोर में ही धरना-प्रदर्शन शुरु कर दिया। इसके बाद 5 फरवरी से क्रमिक भूख हड़ताल भी शुरु की और बुधवार को 50वें दिन भी लोगों का धरना-प्रदर्शन व क्रमिक भूख हड़ताल जारी रही।
लेकिन इतने दिनों बाद भी प्रशासन व विभाग की ओर से कोई कार्यवाही नहीं करने अथवा इस संबंध में ठोस आश्वासन नहीं मिलने से नाराज ग्रामीणों ने अब एक मार्च से अनशन करने का ऐलान किया है।