पर्स लूट की वारदात के बाद सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर अजय पण्डित नजर आ गया। सहायक पुलिस आयुक्त (पश्चिम) राजेन्द्र दिवाकर व थानाधिकारी लिखमाराम के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल प्रकाशराम, कांस्टेबल दिनेश, राजाराम, रतनाराम, सुनील व सुरेन्द्रसिंह ने तलाश कर अजय को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने पर्स में रखे दो मोबाइल रोहित को बेचने की जानकारी दी। इस पर पुलिस ने उसे भी पकड़ लिया और उससे दो मोबाइल व अजय से वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल जब्त कर दोनों को गिरफ्तार किया गया।
अजय उर्फ टिंकू आम्र्स एक्ट के मामले में जेल में था और गत ८ सितम्बर को जमानत पर छूटा था। १३ सितम्बर को उसने रातानाडा की नरसिंह कॉलोनी से मोटरसाइकिल चुराई और अगले दिन उसी बाइक पर सवार हो महिला के हाथ से पर्स लूट लिया था। रोहित ने पांच सौ-सात सौ में मोबाइल खरीद लिए थे। वह सस्ते मोबाइल खरीदकर आगे बेच देता है।
हिस्ट्रीशीटर अजय पण्डित स्मैक का आदी है। नशे की तलब पूरी करने के लिए ही वह लूट व चोरियां करता है। उस पर लूट, चोरी, मारपीट, आम्र्स एक्ट के १४ मामले दर्ज हैं। वह कोचिंग संस्थान, स्कूल या कॉलेज के बाहर सुनसान जगह पर वारदात को तरजीह देता है और बैग पीछे लटकाकर निकलने वालों से वारदात कर भाग निकलता है।