आमिर खान स्वाधीनता दिवस पर 15 अगस्त 2014 को शहर को कचरा मुक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम की अगुवाई में चलाए गए ‘क्लीन जोधपुर- ग्रीन जोधपुर’ अभियान के तहत सॉलिड एंड लिक्विड रिसोर्स मैनेजमेंट प्रोग्राम की शुरुआत के अवसर पर जोधपुर आए थे। उस वक्त उन्होंने उम्मेद स्टेडियम में आयोजित सार्वजनिक कार्यक्रम में शहर के बाशिंदों को जोधपुर साफ सुथरा रखने की शपथ दिलाई थी। तब जोधपुर के जिला प्रशासन ने जोधपुर को 18 महीने में साफ-सुथरा शहर बनाने का सपना देखा था। इस मुहिम में आमिर खान ने 11 लाख रुपए का अनुदान देने की घोषणा करते हुए कहा था कि वे भी जोधपुर का सपना साकार करने के लिए अपना छोटा सा सहयोग देना चाहते हैं।
जोधपुर कचरा निस्तारण को लेकर पहल करने में हमेशा आगे रहा है, लेकिन पिछली एक भी योजना के परिणाम सुखद नहीं रहे। करीब १४ साल पहले सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम लागू करने वाला जोधपुर प्रदेश में पहला शहर बना था। पहले कनक और फिर रामकी कंपनी आई और कचरा निस्तारण का सपना दिखा कर चली भी गई। उस काम पर करीब 300 करोड़ से अधिक रुपए खर्च हुए, लेकिन कचरा मुक्त जोधपुर का सपना साकार नहीं हो पाया। नगर निगम के सफाईकर्मियों से भी यह काम नहीं हो सका। अब नए अभियान में कोई कंपनी यह काम नहीं कर पाई। शहर खुद अपना सपना साकार नहीं कर सका। इस पर प्रशासन या निगम के कोई पैसे भी खर्च नहीं हुए।
तब सोचा गया था कि यदि यह योजना सफल हुई और जोधपुर कचरा मुक्त हो गया तो पूरे देश में एक मिसाल बनेगा। कचरे से जंग की इस कहानी से सभी प्रेरणा लेंगे। शहर में पर्यटन बढ़ेगा और सैलानियों के माध्यम से दुनिया भर में जोधपुर का नाम रोशन होगा।
-2 वार्डों की 6 कॉलोनियों से अभियान की शुरुआत। -2 बार दिन में होगा कचरा संग्रहण।
-18 माह में सभी 65 वार्ड में लागू होनी है योजना। -300 करोड़ खर्च, तब तक कचरा संग्रहण की विभिन्न योजनाओं में।
-75 लाख रोजाना कचरे से कमाई का देखा था सपना।