scriptऩौ सालों के बाद रामनवमी पर पांच ग्रहों का शुभ संयोग | Auspicious coincidence of five planets on Ramnavami after 64 years | Patrika News
जोधपुर

ऩौ सालों के बाद रामनवमी पर पांच ग्रहों का शुभ संयोग

 
संकटमोचक हनुमान के जन्मोत्सव पर भी सिद्धि योग शुभ फलदाई

जोधपुरApr 18, 2021 / 11:02 am

Nandkishor Sharma

ऩौ सालों के बाद रामनवमी पर पांच ग्रहों का शुभ संयोग

ऩौ सालों के बाद रामनवमी पर पांच ग्रहों का शुभ संयोग

जोधपुर. अमंगल का नाश करने के लिए धरती पर अवतार लेने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का प्राकट्योत्सव रामनवमी और मंगलमूर्ति पवनपुत्र हनुमान की जयंती पर अप्रेल माह में इस बार विशेष ग्रह योग बन रहे हैं। रामनवमी 21 और हनुमान जयंती 27 अप्रेल को मनाई जाएगी। नौ सालों के बाद रामनवमी पर पांच ग्रहों का शुभ संयोग बन रहा है।
ज्योतिषियों के अनुसार यह संयोग इस पर्व की शुभता में कई गुना वृद्धि करेगा। इससे पहले ऐसी ग्रह स्थिति 2013 में बनी थी। ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि भगवान राम का जन्म राम नवमी तिथि को दोपहर 12 बजे के बाद कर्क राशि में हुआ था। इस बार यह संयोग सुबह 11.05 से दोपहर एक बजे के बीच रहेगा। अश्लेषा नक्षत्र रात 3.15 बजे तक और राम जन्म के समय सूल योग रहेगा। साथ ही लग्न में स्वग्रही चंद्रमा, सप्तम भाव में स्वग्रही शनि और दशम भाव में सूर्य बुध और शुक्र के साथ रहेंगे। राम नवमी पर यह शुभ संयोग मानव जीवन को अधिक सुखमय बनाएगा।
इस बार रामनवमी के दिन चंद्रमा कर्क राशि में रहेगा। राम नवमी अपने घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित कर अपनी इच्छानुसार सात्विक चीजों का भोग लगाएं। रामचरितमानस, रामायण, श्री राम स्तुति और रामरक्षास्तोत्र का पाठ का महत्व है। राम नाम के जप में कोई विशेष नियम नहीं होने से कहीं भी कभी भी राम नाम का जप कर सकते हैं। नवरात्रि का समापन भी रामनवमी के दिन होने से इस दिन भगवान राम के साथ मां भगवती की पूजा अर्चना श्रेष्ठ है।
हनुमान जन्मोत्सव पर भी शुभ संयोग
संकटमोचक हनुमान के जन्मोत्सव पर इस साल 27 अप्रैल को मंगलवार सहित सिद्धि योग और व्यतीपात योग बन रहा है।

हनुमान जन्मोत्सव के दिन शाम 8 बजकर 3 मिनट तक सिद्धि योग रहेगा। इसके बाद व्यतीपात लग जाएगा। जब वार, तिथि और नक्षत्र के मध्य शुभ तालमेल होता है तब सिद्धि योग का निर्माण होता है। सिद्धि योग के स्वामी गणेशजी हैं। योग में किए गए कार्य बिना किसी विघ्न-बाधा के सफल हो जाते हैं। हनुमान जयंती पर यह योग बनने से बजरंगबली की पूजा अतिशुभ फलदाई रहेगी। हनुमान जयंती को शाम 8 बजकर 8 मिनट तक स्वाती नक्षत्र रहेगा। व्यापार, परिवहन, दूध और कपड़े आदि के काम के लिए स्वाति नक्षत्र शुभ माना जाता है।
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